मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव : शुरुआती एक घंटे में लगभग 6 % वोटिंग, 100 मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीन खराब

मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी 230 और मिजोरम की 40 सीटों के लिए बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हो रहे हैं। मिजोरम में 7.70 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। मिजोरम में जहां सभी 40 सीटों, वहीं मध्य प्रदेश में फिलहाल बालाघाट जिले की 3 सीटों पर वोटिंग शुरू हो चुकी है, जो शाम 3 बजे तक चलेगी।

- मतदान के शुरुआती एक घंटे में लगभग 6 % मतदान हुआ। इसके साथ ही 100 मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों के खराब होने की खबर है, जिन्हें बदला गया।

- कुछ जगहों पर ईवीएम मशीन खराब होने की वजह से मतदान बाधित हो गया है। वहां नई ईवीएम मशीन मंगवाई जा रही है। भोपाल जिले में एक मतदान केंद्र की ईवीएम खराब हुई है। मुख्य चुनाव पदाधिकारी बीएल कांताराव के बूथ की ईवीएम खराब हो गई है।

- सुबह 8 बजे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ अपने गांव जैत में मतदान किया।

मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांता राव ने मंगलवार को कहा, ‘28 नवंबर को मध्य प्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए मतदान होगा। 227 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक तथा बालाघाट जिले के तीन नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों परसवाड़ा, बैहर एवं लांजी में सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा।’

मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। राज्य में सीएम शिवराज सिंह समेत पक्ष-विपक्ष के कई दिग्गजों का भविष्य दांव पर है। बीजेपी ने प्रदेश की सभी 230 सीटों के लिए प्रत्याशी खड़े किए हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 प्रत्याशी उतारे हैं। जतारा की एक सीट उसने लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है। आम आदमी पार्टी के 208, बीएसपी के 227, बहुजन मुक्ति पार्टी के 34, जनाधिकार पार्टी के 32, समाजवादी पार्टी के 52, सपाक्स के 110, शिवसेना -81 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। सबसे ज्यादा 1094 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं।

MP में 2,899 उम्मीदवार मैदान में

उन्होंने बताया कि कुल 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे जिनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिलाएं एवं 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं। बाकी 5,04,33,079 मतदाता कल अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। राव ने कहा कि इस चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरुष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं।

वहीं मिजोरम की बात करें तो यहां मुख्यमंत्री लल थनहवला तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के लिए जबकि बीजेपी पूर्वोत्तर के आखिरी गढ़ में कांग्रेस को शिकस्त देने के लिए जोर आजमाइश में लगी है। 1987 में पूर्ण राज्य का दर्जा मिलने के बाद से मिजोरम में कांग्रेस और मिजोरम नेशनल पार्टी (एमएनएफ) सत्ता में हैं। दिलचस्प यह है कि तब से लेकर आज तक कोई भी पार्टी राज्य में दो बार से अधिक सरकार नहीं बना सकी है। मिजोरम में 40 सदस्यीय विधानसभा का चुनाव बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है। पूर्वोत्तर का यह एकमात्र राज्य है जहां भाजपा की सरकार नहीं है। राज्य की आबादी करीब 10 लाख है। मिजोरम के पुलिस उपमहानिरीक्षक (प्रशिक्षण और सशस्त्र शाखा) जोसफ लालछुआना ने कहा कि राज्य के चुनावी इतिहास में पहली बार सभी मतदान केंद्रों को वायरलेस संचार के दायरे में लाया जाएगा। इससे मतदान के बारे में समय से जानकारी मिल सकेगी।