आसाराम ने जेल से जारी किया ऑडियो टेप, समर्थकों से कहा - यह मेरे खिलाफ साजिश है

जोधपुर की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम का एक कथित ऑडियो क्लिप ऑनलाइन वायरल हो रहा है। इसमें आसाराम का अपने समर्थकों के नाम आडियो संदेश था। संदेश में उसने कहा कि यह मेरे खिलाफ साजिश है। मैं जल्‍द ही बाहर आऊंगा। पहले शिल्‍पी बेटी को निकलवाऊंगा फिर शरद को। उसके बाद मैं तुम लोगों के बीच आ जाऊंगा। यह आडियो संदेश आसाराम के आश्रम के फेसबुक पेज पर काफी देर तक चला। हालांकि जब यह वायरल होने लगा तो इसे हटा लिया गया। लेकिन इसके साथ पोस्‍ट काफी देर तक फेसबुक पेज पर दिखाई दी थी। आडियो संदेश से ऐसा लग रहा था कि आसाराम सजीव प्रवचन दे रहा है। जोधपुर केंद्रीय कारागार के डीआईजी विक्रम सिंह के अनुसार, आसाराम की शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत के दौरान 15 मिनट की यह ऑडियो क्लिप रिकॉर्ड की गई होगी। इससे दो दिन पहले जोधपुर की एक अदालत ने पांच साल पहले उसके आश्रम में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार करने का दोषी ठहराया और उसे उम्रकैद की सजा सुनाई। जेल अधिकारियों की अनुमति से फोन किया गया था। सिंह ने कहा, '' कैदियों को एक महीने में 80 मिनट के लिए उनके द्वारा दिए गए दो नंबरों पर फोन करने की अनुमति दी जाती है। उसने शुक्रवार को शाम साढे़ छह बजे साबरमती आश्रम के एक साधक से बात की। हो सकता है कि तब यह बातचीत रिकॉर्ड की गई हो और वायरल हो गई हो।

ब्‍लॉग पर भी सामने आया ऑडिया मैसेज


टेलीफोन पर यह बातचीत उपदेश जैसी लग रही है। इस एकतरफा बातचीत में आसाराम अपने समर्थकों का शांति बनाए रखने और फैसले के लिए जोधपुर ना आने के लिए आभार जता रहे हैं। वह ऑडियो क्लिप में कथित रूप से कह रहे हैं , '' हमें कानून एवं व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए। मैंने भी यही किया। उसने दावा किया कि कुछ लोगों ने उनके आश्रम को बदनाम करने का अभियन चला रखा है और वे इस पर कब्जा करना चाहते हैं। उसने कहा, ''ऐसे उकसाने वाली बातों या आश्रम के लेटर हेड पर जो कुछ भी लिखा जा रहा है उससे बहक ना जाए। सह आरोपी शिल्पी और शरत का जिक्र करते हुए आसाराम ने कहा कि वह जेल से सबसे पहले उनकी रिहाई का बंदोबस्त करेगा क्योंकि यह माता-पिता का कर्तव्य है कि वे पहले अपने बच्चों के बारे में सोचें। शिल्पी और शरत को विशेष अदालत से 20 साल जेल की सजा मिली है। आसाराम ने कहा, ''अगर शिल्पी और शरत की रिहाई के लिए और वकीलों की जरुरत पड़ी तो वो भी किया जाएगा। इसके बाद बापू जेल से बाहर आएगा। उसने कहा, ''अगर निचली अदालत में कोई गलती हुई है तो उसे सुधारने के लिए ऊपरी अदालतें हैं। आसाराम ने कहा, ''सच छिपता नहीं है और झूठ के पैर नहीं होते। जो भी आरोप हैं वे फालतू हैं। बातचीत के अंत में वह शरत से बात करने के लिए कहता है तो बोलता है कि जेल में चिंता की कोई बात नहीं है।

क्‍या कहता है जेल मैनुअल

तिहाड़ के जेल मैनुअल के मुताबिक टेलीफोन सुविधा हर कैदी के लिए है। वह अधिकतम पांच मिनट तक बात कर सकते हैं। मकोका, एनएसए, पीएसए या अन्‍य किसी आतंकी गतिविधि में निरुद्ध कैदी को फोन पर बात करने की सुविधा नहीं दी जाती। इसके लिए जिन नंबरों पर वह बात करना चाहते हैं उनकी जांच होती है। उनके द्वारा फोन पर की गई बात रिकॉर्ड भी की जाती है।

क्‍या हुआ आसाराम को

नालाबिग से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम को जोधपुर स्पेशल कोर्ट ने 25 अप्रैल को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही कोर्ट ने इसी मामले में दोषी करार दिए गए शिल्‍पी और शरद चंद्र को 20-20 साल की सजा सुनाई गई। इससे पहले अदालत ने आसाराम समेत तीन आरोपियों को दोषी करार दिया, जबकि दो अन्‍य को बरी करने के आदेश दिए थे।