IPL 2020 : नाडा की ओर से लिए जाएंगे सैंपल, BCCI ने तैयार किया एंटी डोपिंग कार्यक्रम

आईपीएल 2020 का आयोजन इस बार संयुक्त अरब अमीरात में 19 सितंबर से कराया जा रहा हैं। इस आयोजन में कोरोना के चलते कई सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा BCCI ने NADA के साथ मिलकर एंटी डोपिंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसके तहत दिग्गज क्रिकेटरों के साथ 50 क्रिकेटरों के डोप सैंपल लेकर दोहा लैब में टेस्टिंग कराई जाएगी। नाडा की ओर से पूरे आईपीएल के दौरान पांच डोप कंट्रोल स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। नाडा की तीन टीमें सैंपलिंग के लिए टुकड़ों में यूएई भेजी जाएंगी।

तीन डोप कंट्रोल स्टेशन मैचों के आयोजन स्थल अबू धाबी, शारजाह और दुबई में स्थापित किए जाएंगे। इन्हीं तीनों सेंटरों पर इन कंपटीशन सैंपलिंग होगी, जबकि दो कंट्रोल स्टेशन दुबई स्थित आईसीसी क्रिकेट अकादमी और एक अन्य ट्रेनिंग स्थल पर स्थापित किया जाएगा। यहां आउट ऑफ कंपटीशन सैंपलिंग होगी।

यह भी तय है कि आईपीएल के दौरान विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, रोहित शर्मा समेत बड़े क्रिकेटरों के अलावा आईसीसी के रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल (आरटीपी) में शामिल क्रिकेटरों की सैंपलिंग को वरीयता दी जाएगी। बीसीसीआई आईपीएल के दौरान सैंपलिंग, रहने और स्थानीय ट्रेवल का खर्च उठाएगा। नाडा को सिर्फ यूएई पहुंचने का खर्च उठाना होगा। हालांकि नाडा ने ब्लड सैंपल लिए जाने को भी खारिज नहीं किया है। अगर लैब की ओर से ब्लड सैंपल लिए जाने को कहा जाता है तो उस क्रिकेटर का यह सैंपल लिया जाएगा।

नाडा के महानिदेशक नवीन अग्रवाल के मुताबिक सितंबर के पहले सप्ताह में पहली डीसीओ टीम को यूएई भेजा जाएगा। इस पूरे अभियान में यूएई एंटी डोपिंग एजेंसी भी साथ देगी। डीसीओ की टीम में नाडा ऑफिशियल के अलावा दो सरकारी अस्पतालों के लीड डीसीओ और दो यूएई एंटी डोपिंग से मुहैया कराए गए चैपरॉन होंगे। यहां से जाने वाली टीमों को सारी प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद एडमिनिस्ट्रेटिव बायोसिक्योर बबल में प्रवेश कराया जाएगा। टीम के सदस्यों को सात दिनों के एकांतवास के अलावा एक, तीन और छह दिनों में कराए जाने वाले कोविड-19 टेस्टिंग से गुजरना होगा। सभी कोविड टेस्ट नेगेटिव आने के बाद ही सदस्यों को बायो बबल में प्रवेश की इजाजत होगी। हालांकि इस बार पिछले आईपीएल के मुकाबले सैंपलों की संख्या कम होगी। पहले 100 से 120 के बीच सैंपल लिए जाते रहे हैं।