उद्धव-आदित्य को फंसाना चाहते थे फडणवीस!, अनिल देशमुख के इस दावे पर उठा विवाद

मुम्बई। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने दावा किया है कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने तीन साल पहले सरकार को अस्थिर करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और तीन अन्य महा विकास अघाड़ी नेताओं के खिलाफ झूठे हलफनामे दाखिल करने के लिए उन पर दबाव डाला था।

देशमुख ने दावा किया कि उनके खिलाफ जांच रोकने के लिए यह प्रस्ताव दिया गया था, हालांकि फडणवीस ने इस आरोप से इनकार किया है।

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) नेता ने कहा, तीन साल पहले, देवेंद्र फडणवीस ने मुझसे उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अनिल परब और अजीत पवार के खिलाफ झूठे आरोप लगाते हुए एक हलफनामा देने को कहा था। मैंने ऐसा करने से इनकार कर दिया। इसीलिए ईडी और सीबीआई को मेरे पीछे भेजा गया और मुझे 13 महीने तक जेल में रखा गया।

अप्रैल 2021 में अनिल देशमुख ने गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था, जब तत्कालीन मुंबई पुलिस आयुक्त ने उन पर पुलिस अधिकारियों को शहर भर के होटल और बार मालिकों से पैसे वसूलने का निर्देश देने का आरोप लगाया था। नवंबर 2021 में उन्हें ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में और अप्रैल 2022 में सीबीआई ने भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया था। बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने से पहले वह एक साल से अधिक समय तक न्यायिक हिरासत में रहे थे।

आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि यह निराधार है और दावा किया कि उनके पास उद्धव ठाकरे और शरद पवार के खिलाफ देशमुख की टिप्पणियों के कई ऑडियो-वीडियो क्लिप हैं।

फडणवीस ने कहा, उच्च न्यायालय ने अनिल देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था... उन्हें पता होना चाहिए कि मेरे पास तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, शरद पवार के बारे में उनकी टिप्पणियों के कई ऑडियोविजुअल सबूत हैं। अगर मेरे खिलाफ झूठे आरोप लगाए जाते हैं, तो मेरे पास इन सबूतों को सार्वजनिक करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।

पलटवार करते हुए देशमुख ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री को चुनौती दी कि वे उनके खिलाफ़ वीडियो क्लिप सार्वजनिक करें। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने एक पेन ड्राइव भी दिखाई, जिसमें दावा किया गया कि इसमें फडणवीस के खिलाफ़ उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में सबूत मौजूद हैं।

उन्होंने कहा, फडणवीस को वीडियो क्लिप सार्वजनिक करनी चाहिए, क्योंकि मैं जानता हूं कि उनके पास कोई क्लिप नहीं है। विवाद में कूदते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि फडणवीस को देखमुख के बारे में जो सबूत हैं, उन्हें जारी करना चाहिए।

पटोले ने कहा, अनिल देशमुख जो कुछ भी कह रहे हैं, वह सच होना चाहिए... मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। एजेंसियां उन लोगों के खिलाफ कुछ नहीं करतीं, जो भाजपा के साथ हैं।