Super 30 ने फिर लहराया परचम, आईआईटी प्रवेश परीक्षा में 30 में से 26 छात्र सफल

गणितज्ञ आनंद कुमार के सुपर 30 कोचिंग संस्थान के बच्चों ने इस बार IIT-JEE अडवांस के नतीजों में एक बार फिर से अपना परचम लहरा दिया है। इस वर्ष इस संस्थान के 26 बच्चों ने सफलता पाई है। उम्मीदवार अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर चेक कर सकते हैं। रविवार को जेईई परिणाम घोषित होने के बाद सुपर 30 के संस्थापक और गणितज्ञ आनंद कुमार ने कहा है कि अब सुपर 30 का आकार और भी बड़ा किया जाएगा।

मेहनत और ईमानदारी से मिली सफलता

इस साल मिली सफलता के बारे में बताते हुए सुपर 30 कोचिंग संस्थान चलाने वाले आनंद कुमार ने कहा, ”आज फिर से एक बार आई.आई.टी. प्रवेश परीक्षा के नतीजों ने यह साबित कर दिया है कि जब ईमानदार कोशिश और बेहिसाब मेहनत एक साथ मिल जाए तब कामयाबी कदम चूम ही लेती है। इस बार भी मेरे सुपर 30 के 30 में से 26 बच्चों ने सफलता का परचम लहराकर यह सिद्ध कर दिया कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब सुपर 30 के आकार को बड़ा किया जाए। उन्होंने कहा कि वे देश के अलग-अलग हिस्सों में इसके लिए जल्दी ही एक जांच परीक्षा आयोजित करेंगे जिसकी जानकारी वेबसाइट पर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि सुपर 30 पिछले 16 सालों से बच्चों को आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने में जुटा है।

क्या है सुपर 30

- सुपर 30 की स्थापना वर्ष 2002 में गणितज्ञ आनंद कुमार ने की थी।
- इस कोचिंग सस्थान में उन छात्रों को लिया जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं और अपनी कोचिंग की फीस नहीं दे सकते।
- चुने गए छात्रों को पूरे साल पटना में ही रहकर पढ़ाई करनी होती है और उनकी कोचिंग से लेकर रहने, खाने-पीने और किताबों तक का खर्चा सुपर 30 संस्थान द्वारा ही दिया जाता है।
- 2002 में जब सुपर 30 को शुरू किया गया था तब 30 में से 18 छात्रों को सफलता मिली थी - उसके बाद धीरे-धीरे ये कारवां बढ़ता गया और 2008 में पहली बार संस्थान के 30 के 30 बच्चों ने आईआईटी परीक्षा को पास किया था।
- इसके बाद वर्ष 2017 में भी सभी 30 बच्चों ने आईआईटी परीक्षा को पास किया था।
- बता दें कि आनंद कुमार इस कोचिंग के लिए कोई सरकारी या प्राइवेट मदद नहीं लेते और अपने खर्च पर ही संस्थान में बच्चों को कोचिंग देते हैं।