अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास हुए भीषण हादसे में मारे गए लोगों की जिम्मेदारी अब नवजोत सिंह सिद्धू लेंगे। अमृतसर रेल हादसे को लेकर विरोधियों के निशाने में आ चुके नवजोत सिंह सिद्धू और उसकी पत्नी नवजोत कौर ने ऐलान किया है कि वह सभी परिवार की जिम्मेदारी उठाएंगे। उन्होंने कहा, 'अगर किसी परिवार में कोई कमाने वाला या संभालने वाला नहीं है तो मैं और मेरी पत्नी उनको ताउम्र संभालेंगे। उन्होंने कहा कि वह परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दिलाने की कोशिश भी करेंगे।'
वहीं इस दौरान सिद्धू ने एक विडियो भी दिखाया कि DMU ट्रेन वास्तव में रोजाना कितनी स्पीड में जाती है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस समय ये हादसा हुआ उस समय ट्रेन की हेडलाइट भी नहीं जल रही थी।
इससे पहले अमृतसर रेल हादसे को लेकर मुजफ्फरपुर की सीजेएम कोर्ट में नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोर कौर के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। मुजफ्फरपुर में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने यह मामला दर्ज कराते हुए हादसे के लिए नवजोत कौर को जिम्मेदार बताया है। इस मामले में अब तीन नवंबर को सुनवाई होगी।
नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को भारतीय रेलवे पर निशाना साधते हुए उसके कामकाज पर कई सवाल उठाये और पूछा कि कैसे ट्रेन के लोको पायलट को ‘क्लीन चिट' दी जा रही है। सिद्धू ने पूछा, ‘‘आपने कौन से आयोग का गठन किया था कि आपने एक दिन में उसे (लोको-पायलट) क्लीन चिट दे दी। क्या चालक स्थाई था या वह एक दिन के लिए काम में लगा हुआ था। आप क्यों नहीं कहते हो?" उन्होंने दावा किया, ‘‘जब आप गाय के लिए (ट्रेन) रोकते हैं, कोई ट्रैक पर बैठे पाया गया तो उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाती है। आप लोगों को रौंदते हुए निकल जाते हो और आप नहीं रुके। ट्रेन की गति क्या थी? यह 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी...सनसनाते हुए निकल गयी।''
गौरतलब है कि अमृतसर में दशहरा उत्सव के दौरान DMU ट्रेन की चपेट में आने से 62 लोगों की मौत हो गई और करीब इतने ही लोग घायल हुए हैं। इस हादसे के बाद से रेलवे और पंजाब सरकार सवालों के घेरे में है। रेलवे ने इसमें अपनी तरफ से किसी भी प्रकार की चूक होने से इनकार किया है। रेल राज्य मंत्री, रेलवे बोर्ड प्रमुख और डीआरएम तीनों ने ही ट्रेन के ड्राइवर का बचाव किया है।