डोनाल्ड ट्रंप का दिल मांगे मोर…, आया नया बयान

सोमवार यानी 24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपनी पत्नी, बेटी, दामाद और पूरी टीम के साथ भारत आने वाले है। वह अपनी पूरी टीम के साथ अहमदाबाद पहुंचेंगे। लेकिन इससे पहले उनके बयान देश में चर्चा बटोर रहे है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया है कि उनके स्वागत में अहमदाबाद की सड़कों पर एक करोड़ लोग होंगे।

इससे पहले ट्रंप ने दावा किया था कि उनके स्वागत में 70 लाख लोग खड़े होंगे और अब उन्होंने कहा है कि 1 करोड़ लोग उनका स्वागत करेंगे। ट्रंप ने पीएम मोदी के हवाले से ऐसा दावा किया। अमेरिका के कोलराडो में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने ये दावा किया। डोनाल्ड ट्रंप बोले, ‘…मैंने सुना है कि वहां 10 मिलियन (1 करोड़) लोग स्टेडियम तक स्वागत के लिए खड़े होंगे…ये संख्या करीब 6 से 10 मिलियन तक हो सकती है’। ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा, 'पीएम मोदी ने कहा, '1 करोड़ लोग आपका स्वागत करेंगे।'

50 लाख…70 लाख और अब 1 करोड़! क्या आकड़ों में फंस गए डोनाल्ड ट्रंप

पिछले दस दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दावे का आकार दोगुना हो गया है, क्योंकि पहले उन्होंने 5 मिलियन की बात कही थी और अब दस मिलियन कह रहे हैं। ऐसे में अब सबसे बड़ी चिंता यही हो गई है कि क्या इतने लोग ट्रंप के रोड शो में आ पाएंगे। सबसे पहले 12 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया था कि अहमदाबाद की सड़कों पर 5 मिलियन (50 लाख) लोग स्वागत में मौजूद रहेंगे।

डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के लिए काफी पहले से तैयारियां हो रही हैं। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति भी इस दौरे को लेकर लगातार बयान दे रहे हैं, अपनी रैलियों में इसका जिक्र कर रहे हैं। सबसे पहले 12 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया था कि अहमदाबाद की सड़कों पर 5 मिलियन (50 लाख) लोग स्वागत में मौजूद रहेंगे। इस बयान पर अभी चर्चा चल ही रही थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति का एक और बयान सामने आया।

गुरुवार को एक जनसभा में अमेरिकी राष्ट्रपति ने इससे भी अधिक का दावा किया। गुरुवार की रैली में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि एयरपोर्ट से स्टेडियम तक सड़कों पर दस मिलियन लोग होंगे जो उनका स्वागत करेंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने खुद कहा कि इतनी भी भीड़ से कभी उनका मन नहीं भरेगा, क्योंकि वो चाहते हैं कि और लोग उन्हें सुनने आएं।