अमेरिकी डॉक्टरों का दावा, ढूंढा कोरोना का इलाज, बचाई जा सकती है 100% मरीजों की जान

दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3.30 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 44 लाख 05 हजार 383 से ज्यादा हो चुकी है। अब तक 9 लाख 98 हजार 688 मौतें हो चुकी हैं। उधर, अमेरिका के फ्लोरिडा के डॉक्टरों ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना वायरस बीमारी का एक इलाज ढूंढ लिया है। अमेरिका के फ्लोरिडा के एडवेंटहेल्थ हॉस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना है कि उन्होंने चार तरह की दवाइओं को मिलाकर एक थेरेपी तैयार की है जिसका नाम ICAM है। इस थेरेपी को इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लक्ष्य के साथ तैयार किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि नया ट्रीटमेंट करीब 100% सफलता देने वाला है।

fox35orlando.com पर छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नई थेरेपी को तैयार करने वाले डॉक्टर्स ने इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ-साथ फेफड़ों को इन्फ्लैमेशन से बचाने का ख्याल भी रखा है। फिलहाल नई थेरेपी का क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया जा रहा है और डॉक्टरों को सकारात्मक रिजल्ट की उम्मीद है। ट्रायल के दौरान अगर ICAM थेरेपी सुरक्षित और प्रभावी साबित होती है तो बिना हॉस्पिटल में भर्ती किए भी ICAM से कोरोना मरीजों का इलाज किया जा सकता है। डॉक्टर्स ने यह भी स्पष्ट किया है कि ICAM नई दवा नहीं है, बल्कि इसमें 4 दवाओं का एक साथ इस्तेमाल किया गया है। इनमें इम्यूनोसपोर्ट ड्रग (Vitamin C और Zinc), Corticosteroids, Anticoagulants और Macrolides शामिल हैं।

एडवेंटहेल्थ हॉस्पिटल की डायरेक्टर ऑफ फार्मेसी कारलेट नोरवूड विलियम्स ने फॉक्स 35 से कहा कि स्टडी के रिजल्ट आने के बाद हमें अगले स्टेप की जानकारी मिलेगी। लेकिन उन्होंने कहा कि ICAM मरीजों को गंभीर बीमार होने से बचाता है, इसलिए उन्हें वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत नहीं होती। रिसर्चर्स ने कहा है कि नई थेरेपी के जरिए 96.4% कोरोना मरीजों की जान बचाई जा सकती है। रिसर्चर्स अप्रैल से ही इस थेरेपी पर काम कर रहे हैं।

बता दें कि अब तक कोरोना की एक भी ऐसी दवा ढूंढी नहीं जा सकी है जो ज्यादातर गंभीर मरीजों की जान बचा सके। वहीं, दुनियाभर में इस वक्त कई दर्जन कोरोना वैक्सीन का ट्रायल भी किया जा रहा है, लेकिन कई एक्सपर्ट्स यह भी कह चुके हैं कि सिर्फ वैक्सीन के जरिए कोरोना महामारी खत्म करना आसान नहीं है। वैक्सीन हर व्यक्ति को सुरक्षा दे पाए यह भी जरूरी नहीं है, ऐसे में एक्सपर्ट्स अन्य विकल्पों की तलाश भी कर रहे हैं।