ट्रंप समर्थकों का अमेरिकी संसद परिसर में हिंसक प्रदर्शन, जो बाइडेन बोले - ये राजद्रोह है

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US President Election 2020) के नतीजों को लेकर सियासी खींचतान जारी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव धांधली का आरोप लगाते हुए दबाव बनाने में लगे हुए हैं। अमेरिकी कांग्रेस में इलेक्टोरल कॉलेज को लेकर बैठक से पहले गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया। अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडन (Joe Biden) ने यूएस कैपिटोल हिल में ट्रंप समर्थकों के हंगामे को राजद्रोह करार दिया है। ट्रंप समर्थकों के हंगामे और हिंसा की वजह से स्थित बिगड़ गई और वॉशिंगटन डीसी में कर्फ्यू लागू करना पड़ा। हंगामे के दौरान ट्रंप समर्थकों और पुलिस में हिंसक झड़प हुई जिसमें कई घायल हो गए। इसमें गोली लगने से एक महिला की मौत भी हो गई। प्रदर्शनकारियों की पुलिस के बीच हिंसक झड़प के बाद परिसर को बंद कर दिया गया। कैपिटल के भीतर यह घोषणा की गई कि बाहरी सुरक्षा खतरे के कारण कोई व्यक्ति कैपिटोल हिल परिसर से बाहर या उसके भीतर नहीं जा सकता। इस हिंसक घटना की अमेरिका में चारों तरफ निंदा हो रही है। वॉशिंगटन डीसी महापौर ने स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे तक कर्फ्यू का ऐलान किया है।

घटना के बाद डीसी में मौजूद यूएस आर्मी की स्पेशल यूनिट को बुलाया गया। महज 20 मिनट में इसने मोर्चा संभाला। कुल मिलाकर 1100 स्पेशल गार्ड्स अब भी कैपिटल हिल के बाहर और अंदर तैनात हैं। राजधानी में कर्फ्यू है।

उपराष्ट्रपति पेंस ट्रंप से खफा

प्रेसिडेंट इलेक्ट की जीत पर मुहर लगाने के लिए कांग्रेस यानी अमेरिकी संसद का संयुक्त सत्र बुलाया जाता है। इसकी अध्यक्षता उप राष्ट्रपति करते हैं और कुर्सी पर माइक पेंस थे। ट्रंप समर्थकों की हरकत से बेहद खफा दिखे। उन्होंने कहा- यह अमेरिकी इतिहास का सबसे काला दिन है। हिंसा से लोकतंत्र को दबाया या हराया नहीं जा सकता। यह अमेरिकी जनता के भरोसे का केंद्र था, है और हमेशा रहेगा। सिर्फ पेंस ही नहीं कही रिपब्लिकन सीनेटर भी इस हिंसा से नाराज़ नज़र आए और कहा कि ये देखकर अमेरिका की आने वाली नस्लें हमारे बारे में क्या सोचेंगी।

ट्रंप की शांति की अपील

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों से शांति की अपील की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के निर्देश पर नेशनल गार्ड और दूसरी केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान रवाना कर दिए गए हैं। हम हिंसा के खिलाफ और शांति बनाये रखने के लिए राष्ट्रपति की अपील को दोहरा रहे हैं। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर कैपिटल बिल्डिंग को बंद कर दिया गया है।

जो बाइडेन बोले-ये राजद्रोह है

राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जो बाइडेन ने कहा, मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें। मैं साफ कर दूं कि कैपिटल बिल्डिंग पर जो हंगामा हमने देखा हम वैसे नहीं हैं। ये कानून न मानने वाले अतिवादियों की छोटी संख्या है। बाइडेन ने इसे राजद्रोह करार दिया।