आरामदायक हुई अमरनाथ यात्रा, गुफा तक की सड़क हुई चौड़ी, ले जा सकेंगे अपनी गाड़ी

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पवित्र अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले लोगों की सुविधा के लिए गुफा तक की सड़क चौड़ी करा दी और अब वहां तक गाड़ी ले जाने की तैयारी कर दी है। इसको लेकर केंद्र और भाजपा की सरकार ने इसे भक्तों के लिए बड़ी उपलब्धि बता रही है। दूसरी तरफ राज्य की जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की पार्टी ने इसका विरोध किया है। उनका कहना है कि यह प्रकृति के खिलाफ है। भारतीय सेना के बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) ने यहां सड़क बना दी है, जिसका वीडियो बीआरओ ने एक्स पर पोस्ट किया है।

जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा मंदिर को पहली बार वाहन योग्य सड़क मार्ग से सुलभ बनाया गया है। जिसका पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने आलोचना करते हुए इसे तबाही और हिंदुओं के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध कहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पवित्र अमरनाथ गुफा तक सड़क को चौड़ा करने का काम पूरा कर लिया गया है। जल्द अमरनाथ की पवित्र गुफा तक सड़क मार्ग बनकर तैयार हो जाएगा। जो कि दुमैल से अमरनाथ गुफा तक का होगा।

अमरनाथ गुफा तक सड़क विस्तार परियोजना से श्रद्धालुओं के लिए तीर्थयात्रा अधिक आरामदायक और सुलभ होने की उम्मीद है। बीआरओ ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें अमरनाथ गुफा मंदिर तक पहुंचने के लिए वाहनों की यात्रा को दिखाया गया है।

वहीं सड़क बनाने के फैसले की आलोचना भी हो रही है। एक्स पर जम्मू के पीपल डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के प्रवक्ता मोहित भान ने लिखा, हिंदू धर्म के खिलाफ ये बड़ा अपराध घटित हुआ है। इस धर्म में हम अपने आप को प्रकृति में समाहित कर देते हैं। इसलिए हमारे पवित्र स्थल हिमालय की गोद में हैं।

उन्होंने अपने पोस्ट में आगे कहा, राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक स्थलों को पिकनिक स्पॉट में बदलना निंदा का विषय है। हमने भगवान का प्रकोप जोशीमठ, केदारनाथ में देखा है और फिर भी इससे कुछ नही सीख रहें हैं और कश्मीर में तबाही को न्योता दे रहें हैं।

इधर, भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई ने इन आलोचनाओं का पलटवार करते हुए कहा कि सड़क निर्माण उचित पर्यावरणीय प्रभाव आकलन के बाद किया गया था और इस प्रक्रिया में कोई पेड़ नहीं काटा गया। भाजपा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, पीडीपी विरोध करके और सड़क निर्माण में खामियां निकालकर 2008 के भूमि विवाद को दोहराने की कोशिश कर रही है, लेकिन लोग काफी समझदार हैं और फिर से धोखे की राजनीति का शिकार नहीं होंगे।