ईद-उल-अजहा के मौके पर जियारत के लिए बुधवार को खोला जाएगा जन्नती दरवाजा

महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह का जन्नती दरवाजा बुधवार को खोला जाएगा। यह दरवाजा ईद-उल अजहा के मौके पर जायरीन की जियारत के लिए खोला जाता है। अंजुमन शेखजादगान के पूर्व संयुक्त सचिव एस. नसीम अहमद चिश्ती ने बताया कि परंपरा के अनुसार ईद-उल-अजहा के मौके पर तड़के 4:00 बजे यह दरवाजा जियारत के लिए खोल दिया जाएगा।

जायरीन दोपहर करीब 2:30 बजे तक इस दरवाजे से जियारत के लिए आस्ताना शरीफ में जा सकेंगे । दोपहर की खिदमत के वक्त दरवाजा बंद कर दिया जाएगा। ईद उल अजहा मौके पर दरगाह में अभी कश्मीर के सरहदी क्षेत्रों के साथ ही जालौर, जैसलमेर , बाड़मेर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों के जायरीन जियारत के लिए पहुंचे हुए हैं। ये जायरीन साल बकरा ईद यानी ईद उल अजहा के मौके पर ही यहां पर जियारत लिए आते हैं । गरीब नवाज की दरगाह की जियारत करते हैं और दरगाह में ही ईद की नमाज अदा करते हैं। दरगाह क्षेत्र में अभी जायरीन की आवाजाही से रौनक बनी हुई है। दरगाह में ईदुल अजहा की नमाज सुबह 8:30 बजे अदा की जाएगी।