NRC-NPR पर अमित शाह को ओवैसी का करारा जवाब, कहा - गुमराह क्यों कर रहे हैं, एनपीआर एनआरसी की ओर पहला कदम

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर करारा जवाब दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि गृहमंत्री देश को गुमराह क्यों कर रहे हैं? संसद में उन्होंने कहा था कि ओवैसी जी एनआरसी पूरे देश में लागू होगा। अमित शाह साहब, जब तक सूरज पूरब से उगता रहेगा हम सच कहते रहेंगे। एनपीआर एनआरसी की ओर पहला कदम है।

आपको बता दे, ओवैसी ने अपने एक बयान में कहा था कि एनपीआर एनआरसी का ही दूसरा नाम है। इस पर जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अगर हम कहेंगे कि सूरज पूरब में उगता है तो वो कहेंगे कि नहीं।।।नहीं यह पश्चिम में होता है। ये उनका स्टैंड होता है और इस पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं है। फिर भी मैं उन्हें भरोसा दिलाता हूं कि इसका NRC से कोई लेना-देना नहीं है, ये बहुत अलग तरह की प्रक्रिया है।

ओवैसी ने इससे पहले कहा था कि NPR भारतीय नागरिकों की राष्ट्रीय पंजी (रजिस्टर) की ओर पहला कदम है, जो राष्ट्रव्यापी NRC का ही दूसरा नाम है। NPR और NRC के बीच ताल्लुक को समझना अहम है। ओवैसी ने कहा कि NPR भारत में रहने वाले सभी 'सामान्य निवासियों' का इकट्ठा किया आंकड़ा है। वर्ष 2003 के नागरिकता नियमों के मुताबिक, नागरिकों को गैर-नागरिकों से अलग करने के बाद भारतीय नागरिकों की राष्ट्रीय पंजी पेश की जानी है। यह छंटनी कैसे की जाती है?

किसी अल्पसंख्यक को NPR से डरने की कोई जरूरत नहीं : अमित शाह

आपकी बता दे, NPR पर मोदी कैबिनेट की मंजूरी के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के बीच कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि NPR में नाम नहीं होने पर किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी। इसे लेकर विपक्ष अफवाह फैला रहा है। किसी अल्पसंख्यक को NPR से डरने की कोई जरूरत नहीं है।भारत में NRC को लेकर भी अमित शाह ने कहा कि इस पर अभी बहस करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस पर कोई चर्चा नहीं हुई है। पीएम मोदी सही कह रहे हैं, इस पर अभी तक मंत्रिमंडल या संसद में कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मैं आज यह स्पष्ट रूप से कहता हूं कि NRC और NPR के बीच कोई संबंध नहीं है। गृह मंत्री ने नागरिकता संशोधन कानून पर सरकार की तरफ से संवाद में कमी को लेकर कहा कि मुझे यह स्वीकार करने में कोई समस्या नहीं है कि हमारी तरफ से कुछ तो कमी रही होगी, लेकिन संसद में मेरा भाषण देख लीजिए, उसमें मैंने सब स्पष्ट कर दिया था कि नागरिकता जाने का कोई सवाल नहीं है।