अग्निपथ योजना को लेकर कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने दिया बयान, RSS पर लगाया ये आरोप

केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। अग्निपथ योजना के विरोध में आज कई संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। इसके मद्देनजर रेलवे ने RPF और GRP अलर्ट मोड पर रखा है। साथ ही उपद्रवियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इस बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बड़ा बयान दिया है। कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि आरएसएस अग्निवीरों का इस्तेमाल सेना पर कब्जा करने और भारत में नाजी शासन शुरू करने के लिए करेगा। कुमारस्वामी के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने निंदा की और कहा कि ये सशस्त्र बलों का सीधा अपमान है।

कुमारस्वामी ने कहा कि अग्निपथ के जरिए सेना पर नियंत्रण करने के लिए आरएसएस का छिपा हुआ एजेंडा है। उन्होंने जर्मनी में नाजी पार्टी की भी याद दिलाई और आगे कहा कि नाजी आंदोलन की शुरुआत अग्निपथ से होगी और अग्निवीरों का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरएसएस कार्यकर्ता सेना के अंदर और बाहर भी अग्निवीर बन जाएंगे, यहां तक ​​कि उनकी सेवा समाप्त होने के बाद भी अपना काम करते रहेंगे।

पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा- '10 लाख अग्निवीरों का चयन कौन करेगा? आरएसएस के नेता उन्हें चुनेंगे या सेना उन्हें चुनेगी। जिन 10 लाख लोगों की भर्ती की जाएगी, उनमें शायद आरएसएस के कार्यकर्ता भी पहुंच जाएं। वे 2।5 लाख आरएसएस कार्यकर्ताओं को सेना में भर्ती करवा सकते हैं और उनका छिपा एजेंडा यह है कि 75% को 11 लाख रुपये के साथ बाहर भेजा जाएगा। वे पूरे देश में फैलेंगे।'

कुमारस्वामी ने कहा- 'अंदर और बाहर के लोग आरएसएस के होंगे, वे सेना के आरएसएस अधिग्रहण की योजना बना रहे हैं। ये RSS का छिपा हुआ एजेंडा है।' कुमारस्वामी ने इस योजना को 'आरएसएस का अग्निपथ' करार दिया और जर्मनी में हिटलर के नाजी शासन को याद किया।

उन्होंने कहा कि शायद वे (आरएसएस) उस (नाजी शासन) को हमारे देश में लागू करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्होंने अग्निपथ या अग्निवीर बनाया है। बहस के लिए और भी बहुत सी चीजें हैं, मुझे इस बारे में कुछ संदेह है।