नई दिल्ली। अफगानिस्तान में एक बार फिर से भूकम्प आया है। दो सप्ताह में अफगानिस्तान में 4 बार भूकम्प आ चुका है। इसमें 11 अकटूबर को आए भूकम्प में 4000 लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप बुधवार देर रात 1:10 बजे आया और 150 किलोमीटर की गहराई पर था। क्षति या हताहत की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान में यह लगातार चौथा भूकंप है और हेरात प्रांत में एक मजबूत भूकंप के ठीक एक हफ्ते बाद आया है, जिसमें 4,000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी।
बता दें बुधवार देर रात आए भूकंप से पहले 15 अक्टूबर को अफगानिस्तान में रिक्टर स्केल पर 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे पहले 13 अक्टूबर को अफगानिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे पहले 11 अक्टूबर को देश में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का एक और भूकंप आया था।
11 अक्टूबर को आए भूकंप में 4000 लोगों की गई जानइससे पहले, 11 अक्टूबर को अफगानिस्तान में 6.1 तीव्रता का भीषण भूकंप आया था। भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर था। खामा प्रेस ने तालिबान के नेतृत्व वाले मंत्रालय के हवाले से बताया कि इस हमले में 4000 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और हजारों इमारतें नष्ट हो गईं। हेरात और आसपास के इलाके शनिवार को 6.3 तीव्रता के भूकंप और उसके शक्तिशाली झटकों से हिल गए।
सात अक्टूबर को आया था विनाशकारी भूकंपबता दें कि सात अक्टूबर को, हेरात के उसी हिस्से में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ था। उसके बाद से भूकंप के और आठ शक्तिशाली झटके आए, जिससे कई ग्रामीण घर गिर गए और 1,000 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। इसके कुछ दिनों के बाद, जब हजारों भयभीत निवासी बिना आश्रय के रह गए और स्वयंसेवक जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे थे, उसी तीव्रता के एक और झटके ने एक व्यक्ति की जान ले ली और 130 अन्य घायल हो गए। यूनिसेफ ने बुधवार को कहा कि भूकंप में मरने वालों में 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
तालिबान ऐसी आपदा से निपटने के लिए तैयार नहींपश्चिमी अफगानिस्तान में पिछले दो हफ़्तों के दौरान आए विनाशकारी भूकंपों की एक सिरीज के कारण हजारों लोग हताहत हुए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। जमीनी सहायता कर्मियों का कहना है कि तालिबान ऐसी आपदा से निपटने के लिए तैयार नहीं है। मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के अनुसार, भूकंप ने सामूहिक रूप से 1,480 से अधिक लोगों की जान ले ली है और हेरात के छह जिलों में 27,150 लोग प्रभावित हुए हैं। तालिबान के आपदा प्रबंधन मंत्रालय ने अधिक संख्या देते हुए कहा कि हताहतों की संख्या 4,000 से अधिक है।