उत्तराखंड में मिले 892 नए संक्रमित जबकि 4006 मरीज हुए रिकवर, 43 की मौत

प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर काबू में आ गई जिसके चलते उत्तराखंड में बीते 24 घंटे के भीतर 892 नए संक्रमित मिले और 43 मरीजों की मौत हुई है। जबकि 4006 मरीज स्वस्थ हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गुरुवार को 25940 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुल संक्रमितों की संख्या 332959 हो गई है। वहीं, सक्रिय मामले घटकर 19283 पहुंच गए हैं। प्रदेश में अब तक 6631 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 301128 मरीज संक्रमण को मात दे चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीज ज्यादा होने से सक्रिय मामले घट रहे हैं।

शुक्रवार को मिले संक्रमितो में देहरादून जिले में 203, हरिद्वार में 112, नैनीताल में 127, पिथौरागढ़ में 51, टिहरी में 46 , चमोली में 54, अल्मोड़ा में 96, पौड़ी में 44 , रुद्रप्रयाग में 33, ऊधमसिंह नगर में 76, उत्तरकाशी में 12, बागेश्वर में 15, चंपावत जिले में 23 संक्रमित मिले हैं।

संक्रमण दर में मैदानी जिलों की तुलना में पर्वतीय जिले आगे हैं। संक्रमण दर में अल्मोड़ा जिला फिर से पहले नंबर पर आया गया है। बीते सात दिन में 10141 संक्रमित मामले मिले हैं। सोशल डेवलपमेंट फार कम्युनिटी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल का कहना है कि मैदानी जिलों की तुलना में अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चमोली जिले की संक्रमण दर आठ प्रतिशत से ज्यादा है। पहाड़ों में सैंपल जांच कम होने के साथ ही संक्रमित मामले ज्यादा मिल रहे हैं। जिससे संक्रमण दर अधिक है। सरकार व स्वास्थ्य विभाग को पहाड़ों में कोविड जांच बढ़ाने की आवश्यकता है।

देश में मिले 1.20 लाख नए कोरोना मरीज जबकि 1.97 लाख हुए ठीक

देश में बीते दिन 1 लाख 20 हजार 332 नए कोरोना मरीज सामने आए, 1 लाख 97 हजार 371 ठीक भी हुए और 3,370 मरीजों की मौत हो गई। नए केस में हो रही कमी राहत देने वाली है। शुक्रवार को नए मरीजों की संख्या 59 दिन में सबसे कम रही। इससे पहले 6 अप्रैल को 1.15 लाख कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थीं। बीते पांच दिन से नए केस 1.50 लाख से कम आ रहे हैं। देश में शुक्रवार को नए संक्रमितों में से 66% मामले सिर्फ 5 राज्यों में मिले। इनमें तमिलनाडु में 22,651, केरल में 16,229 , कर्नाटक में 16,068 , महाराष्ट्र में 14152 और आंध्र प्रदेश में 10,413 शामिल हैं। इनके अलावा सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में नए केस 10 हजार के नीचे पहुंच गए हैं।