राजस्थान : अक्टूबर में आए कोरोना के सुखद आंकड़े, रिकवरी रेट 92% से भी ज्यादा, गहलोत बोले शून्य पर लाएंगे मृत्युदर

देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही हैं जो कि 66 लाख को पार कर चुकी हैं। हांलाकि करीब 56 लाख लोग ठीक भी हो चुके हैं। राजस्थान में भी करीब 21 हजार एक्टिव केस हैं। लेकिन अक्टूबर की शुरुआत से ही बीते 4 दिनों में 8106 रोगी रिकवर हुए हैं जिससे रिकवरी रेट में 92% से भी ज्यादा हुई हैं और ओवरऑल रिकवरी रेट 84.26% पहुंच गई है। यह कोरोनाकाल में सबसे अधिक रिकवरी रेट है।

अक्टूबर के शुरुआती 4 दिन में 8738 नए केस आए, लेकिन इस दौरान 8106 ठीक भी हुए। इस लिहाज से रिकवरी रेट 92.7% रही। वहीं सितंबर तक रिकवरी रेट 81.90% था। यानी इन चार दिनों में ओवरऑल रिकवरी रेट भी 2.34% बढ़ी है। प्रदेश में मृत्युदर में भी भारी कमी आई है। अब यह 1.07% पर पहुंच गई है। 4 सितंबर तक यही आंकड़ा 1.26% था। यानी एक माह में ही 0.15% की कटौती हुई है।

राजस्थान के लिए अक्टूबर रिकवरी के लिहाज से सुखद आंकड़े लेकर आया है। शुरुआती 4 दिन में ही 8106 रोगी रिकवर हो चुके हैं। रविवार को भी रिकॉर्ड 2090 रोगी ठीक हुए। इन 4 दिनों में रिकवरी रेट 92.7% रही। अब तक 1,21,331 रोगी ठीक हो चुके हैं। यानी ओवरऑल रिकवरी रेट 84.26% पहुंच गई है। यह कोरोनाकाल में सबसे अधिक रिकवरी रेट है।

हालांकि बीते 24 घंटे में 2184 नए राेगी मिले, 15 की माैत हाे गई। अलवर और करौली में 2-2, अजमेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चूरू, दौसा, धौलपुर, झुंझुनूं, जोधपुर, नागौर और सीकर में एक-एक रोगी ने दम तोड़ा। अब कुल संक्रमित 1,44,030, मृतक 1545 हो गए हैं।

गहलोत बोले- अन्य राज्यों से हमारी स्थिति बेहतर, अब मृत्युदर शून्य पर लाने का लक्ष्य

सीएम अशोक गहलोत का कहना है कि राज्य सरकार की तरफ से कोरोना के विरुद्ध शुरू किए गए जनआंदोलन में लोग बढ़-चढ़कर जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से जनता के बीच हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए ‘कोरोना के विरूद्ध जनांदोलन’ की कल्पना की है। अन्य राज्यों के मुकाबले में हम काफी अच्छी स्थिति में हैं, हमारे यहां रिकवरी रेट बहुत अच्छी है। मृत्युदर नियंत्रण में है, लेकिन हम चाहते हैं कि मृत्यु दर शून्य पर आए।

जुलाई तक 20-25 करोड़ लोगों को टीका लग जाएगा

बता दे, रविवार को केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार जुलाई 2021 तक 40-50 करोड़ डोज हासिल करने की उम्‍मीद कर रही है। इससे 20-25 करोड़ लोगों को टीका लग जाएगा। यानी सरकारी अनुमान के हिसाब से जुलाई तक केवल 20% आबादी को ही वैक्‍सीन मिल पाएगी। भारत की वर्तमान जनसंख्‍या 130 करोड़ बताई जाती है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री के अनुसार, वैक्‍सीन 2021 की तीसरी तिमाही से ही उपलब्‍ध हो पाएगी। उन्‍होंने बताया कि राज्‍यों से ऐसे लोगों की लिस्‍ट मांगी गई है जिन्‍हें पहले टीका लगाया जाएगा। हर्षवर्धन ने कहा कि शुरुआती डोज डॉक्‍टर्स, नर्सेज, पैरामेडिक्‍स जैसे हेल्‍थकेयर वर्कर्स को मिलेगी। वैक्‍सीन केंद्र सरकार हासिल करेगी इसलिए राज्‍यों से कहा गया है कि वे वैक्‍सीन निर्माताओं से कोई डील न करें। हर्षवर्धन ने बताया कि बाहर से आने वाली वैक्‍सीन सुरक्षित और असरदार हैं या नहीं, यह सुनिश्चित करने के बाद ही लोगों को दी जाएगी। उन्‍होंने यह भी साफ किया है रूसी वैक्‍सीन Sputnik V को लेकर सरकार ने कोई फैसला अबतक नहीं किया है।