कोरोना वायरस : महाराष्ट्र में 33 मामलों की हुई पुष्टि, सरकार ने उठाए ये बड़े कदम

कोरोना वायरस (Coronavirus) भारत में भी तेजी से फैल रहा है। कोरोना वायरस भारत में 14 जिलों में फैल चुका है। भारत में इस वायरस के 112 मामले सामने आ चुके है। भारत में सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए है। यहां अब तक 33 मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार रविवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के 95 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए। ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने इस स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं भी बढ़ा दी हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए साल 1897 के इपिडेमिक डिजीज़ क़ानून को अमल में ला दिया है। ये कानून सरकार को बीमारी का प्रसार रोकने के लिए लोगों को अलग-थलग करने और इलाकों में आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने जैसी शक्तियां प्रदान करता है। इसके अलावा उद्धव सरकार ने शैक्षणिक संस्थाओं, थिएटर, मॉल, पार्क, स्विमिंग पूल और जिम आदि को भी बंद कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के कस्तुरबा सरकारी अस्पताल में सैंपल कलेक्शन लैब की क्षमता बढ़ाकर 350 सैंपल प्रति दिन कर दी गई है। पहले इसकी क्षमता 100 सैंपल प्रति दिन थी। इसके साथ ही उद्धव सरकार ने अगले दो दिन के अंदर केईएम अस्पताल में सैंपल कलेक्शन लैब खोलने वाली है। एक नया लैब जेजे अस्पताल में भी खोला जाना है। इसपर काम शुरू हो चुका है। पुणे में भी अगले दो हफ्तों के अंदर कोरोना वायरस सैंपल कलेक्शन लैब खोला जाएगा।

31 मार्च तक बंद हुए स्कूल-कॉलेज मॉल मल्टीप्लेक्स

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण महाराष्ट्र सरकार ने 31 मार्च तक सभी स्कूल-कॉलेज, मॉल्स और मल्टीप्लेक्स को बंद रखने का आदेश दिया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सभी मॉल्स को 31 मार्च बंद रखा जाएगा। हालांकि रोजमर्रा की चीजें बेच रही किराने की दुकाने खुली रहेंगी। महाराष्ट्र सरकार के एक अन्य आदेश के मुताबिक, पहली से लेकर नौवीं तक की परीक्षाएं अगर चल रही हैं तो उसे स्थगित किया जाएगा, केवल दसवीं और बारहवीं की बोर्ड की परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी।

महाराष्ट्र में कोरोना की जांच की लिए यहां बनाए गए हैं सेंटर

टेस्टिंग सेंटर

- इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर
- संक्रामक रोगों के लिए कस्तूरबा अस्पताल, मुंबई

सैंपल कलेक्शन लैब

- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, मिराज, सांगली
- सेठ जीएस मेडिकल कॉलेज और केईएम अस्पताल, मुंबई
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, नागपुर
-गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद
-वीएम गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, सोलापुर
-श्री भाऊसाहेब हायर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, धुले
-गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल एंड सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, अकोला

आपको बता दे, राजस्थान में कोरोना वायरस के 4 मरीजों में से 3 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इनमें इटली के दो नागरिकों समेत दुबई से लौटा एक मरीज शामिल है। राजस्थान में चौथा पॉजीटिव केस स्पेन से लौटे जयपुर निवासी युवक का है। उसकी जांच रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई थी। कोरोना के मरीजों को जयपुर में डॉक्टर एचआईवी (HIV) , मलेरिया और स्वाइन फ्लू की दवाइयां दे रहे हैं। पॉजीटिव मरीजों का जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज किया गया।

76 हजार लोगों ने हराया कोरोना को, ठीक होकर घर लौटे

आपको बता दे, दुनिया के 134 देश आज के समय में कोरोना वायरस से प्रभावित हैं। पूरी दुनिया इस वायरस से लड़ने के लिए जी जान से कोशिश कर रही है। चीन से फैले इस वायरस ने तकरीबन 160,564 लोगों को अपने चपेट में ले लिया है। इससे 5,962 लोगों की इससे मौत हुई है। लेकिन इस बीमारी से लड़कर स्वस्थ हो जाने वालों का प्रतिशत भी कम नहीं है। पूरी दुनिया में 75,959 लोग इस बीमारी से लड़कर बिल्कुल स्वस्थ हो चुके हैं और अपने घर वापस जा चुके हैं। अगर मौजूदा संक्रमित केसों की बात की जाए तो दुनियाभर में अब भी 78,643 लोग इलाज करा रहे हैं। अगर सकारात्मक तौर पर देखा जाए तो करीब 72,989 लोग यानी करीब 93% को मामूली परेशानियां हो रही हैं। यानी इन्हें आइसोलेट तो किया गया है लेकिन इलाज के लिए हल्की-फुल्की दवाओं की ही आवश्यकता पड़ रही है। वहीं 5,654 लोग ही गंभीर रूप से बीमार हैं। इनमें ज्यादातर उम्रदराज या ऐसे लोग हैं जिन्हें पहले से ही अन्य बीमारियों ने जकड़ रखा था।