चेन्नई। तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में शनिवार को एक निजी मछली प्रसंस्करण संयंत्र में अमोनिया गैस रिसाव के बाद करीब 30 महिला कर्मचारी बेहोश हो गईं। शुरुआती आकलन के अनुसार, शुक्रवार रात को बिजली की खराबी के कारण कथित तौर पर अमोनिया सिलेंडर फट गया, जिससे तूतीकोरिन के पुदुर पंडियापुरम में स्थित संयंत्र के अंदर गैस फैल गई।
उस समय संयंत्र के अंदर काम कर रही कई महिलाएँ गैस की चपेट में आने से बीमार हो गईं और बेहोश हो गईं। उन्हें आँखों में जलन, घुटन और चक्कर आने जैसे लक्षण महसूस हुए।
30 महिला श्रमिकों में से कम से कम 16 ओडिशा से आए अतिथि श्रमिक थे। प्रभावित श्रमिकों को तुरंत आगे के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। थलामुथु नगर पुलिस ने गैस रिसाव के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए घटना की जांच शुरू कर दी है।
पिछले साल दिसंबर में उर्वरक निर्माण कंपनी कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड की एन्नोर सुविधा से अमोनिया गैस लीक होने के बाद 10 से ज़्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। घटना के बाद राज्य सरकार ने प्लांट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था।
पेरियाकुप्पम और चिन्नाकुप्पम जैसे आस-पास के गांवों के कई निवासियों ने भी रिसाव के बाद सांस लेने में तकलीफ़ की शिकायत की। अमोनिया रिसाव की जांच के लिए गठित एक समिति ने अनुमान लगाया कि कोरोमंडल इंटरनेशनल लिमिटेड की अंडरसी पाइपलाइन से 67.638 टन गैस लीक हुई।