10,000 जवान भेजने के बाद जम्मू-कश्मीर में 25,000 जवान और भेजे जाएंगे

जम्मू कश्मीर को लेकर समाचार आ रहे है कि नरेंद्र मोदी सरकार 25,000 जवान और भेजने की तैयारी कर रही है। इससे पहले केंद्र सरकार ने घाटी में 100 कंपनियों को भेजने के आदेश दिए थे। इसमें सीआरपीएफ की 50, बीएसएफ की 10, एसएसबी की 30, आईटीबीपी की 10 कंपनियां तैनात की जाने वाली थीं। पैरामिलिट्री फोर्सेज को घाटी में और सैनिक भेजने के मौखिक आदेश जारी किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पिछले 4 दिनों में सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPF) की 281 कंपनियां कश्मीर पहुंच चुकी हैं।

बता दें कि करीब एक हफ्ते पहले सरकार ने जम्मू-कश्मीर में 10,000 अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की बात कही थी। जिसके बाद कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। बताते चलें कि बुधवार को ही जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अनुच्छेद 35A को हटाने की अटकलों से साफ इंकार कर दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया था कि इस तरह की कोई भी योजना नहीं है।

लोकसभा 2019 चुनाव के घोषणापत्र में भी बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 35 ए और 370 को खत्म करने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी। भारतीय जनता पार्टी का तर्क है कि ये अनुच्छेद राज्य के एकीकरण में बाधा बनने के अलावा जम्मू-कश्मीर के विकास में भी रुकावट बने हुए हैं। मोदी सरकार के इस कदम से लग रहा है उसने इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि 35ए के साथ छेड़छाड़ करना बारूद को हाथ लगाने के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि कहा कि जो हाथ 35ए के साथ छेड़छाड़ करने के लिए उठेंगे, वो हाथ ही नहीं वो सारा जिस्म जल कर खाक हो जाएगा।

वहीं जम्मू कश्मीर के एक और पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अधयक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा, 'आर्टिकल 35ए और आर्टिकल 370 को नहीं हटाया जाना चाहिए। इसकी वजह से हमारी फाउंडेशन स्थापित हुई है। इसे हटाए जाने की कोई जरुरत नहीं है। हम हिंदुस्तानी हैं, लेकिन हमारे लिए ये धाराएं काफी महत्वपूर्ण हैं।'

बता दे, अमरनाथ यात्रा को भी 4 अगस्त तक के लिए रोक दिया गया है। सरकार का कहना है कि खराब मौसम के चलते ऐसा किया गया है। हालांकि मौसम विभाग ने मौसम में किसी बड़े बदलाव की बात नहीं कही है। आधिकारिक सूत्रों ने यह भी बताया है कि यात्रा की सुरक्षा में लगे कुछ जवानों की भी लोकेशन बदली गई है और उन्हें घाटी में सुरक्षा पर लगाया गया है। अमरनाथ यात्रा में करीब 400 टुकड़ी यानि 40 हजार जवानों की तैनाती की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घाटी में तैनात जवानों से किसी भी आपात स्थिति से निपटने को तैनात रहने को भी कहा गया है।