राजस्थान की कोविड रिपोर्ट राहत देने वाली! तीन महीने से नहीं हुई कोई मौत, 25 जिले कोरोना मुक्त

कोरोना के आंकड़े राजस्थान के लिए राहत देने वाले हैं जहां राजस्थान के 33 में से 25 जिले ऐसे है, जहां कोरोना का अब एक भी एक्टिव केस नहीं बचा है। वहीं इनमें से 16 जिले तो ऐसे है जहां पिछले एक महीने से एक भी नया मरीज नहीं मिला है। अगस्त, सितम्बर के बाद अक्टूबर भी ऐसा रहा जब कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई। वहीं इस बार पूरे महीने में केवल 102 केस ही सामने आए है, जो अब तक किसी भी महीने में मिले केसों में सबसे कम है। राजस्थान में अब कोरोना के केवल 32 एक्टिव केस बचे है, जो पूरे देश में किसी भी बड़े राज्य में सबसे कम है।

16 जिलों में 31 दिनों से एक भी केस नहीं

राजस्थान में कोरोना अब खात्मे की ओर है। बांसवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डूंगरपुर, जैसलमेर, जालौर, करौली, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर, सिरोही और टोंक ऐसे जिले है जहां पिछले एक महीने में एक भी कोरोना का नया केस नहीं मिला है। वहीं कोटा, हनुमानगढ़, भीलवाड़ा, बाड़मेर, बारां और अलवर ऐसे जिले है, जहां पिछले महीने केवल एक-एक केस ही मिला है। सबसे ज्यादा मरीज जयपुर में 45 मिले है।

सतर्क रहने की जरूरत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता को एक बार फिर अलर्ट किया है। गहलोत ने रविवार को सोशल मीडिया पर कोरोना के देश में बढ़ते केस और त्योहारी सीजन में आमजन की लापरवाही पर चिंता जताई है। गहलोत ने लिखा है- 'मैं पुन: सचेत करना चाहूंगा कि दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी कोरोना के मामले पहले की तुलना में बढ़े हैं। त्योहारों के इस खुशियों भरे माहौल में प्रोटोकॉल का पालन करना न भूलें। मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लें।' राजस्थान में अगले 2 दिन में देश के दूसरे राज्यों और विदेशों से दीपावली पर अपने घर लौटने वालों का मूवमेंट तेजी से बढ़ेगा। दक्षिण भारत के राज्यों से बड़ी संख्या में काम-काज करने प्रवासी राजस्थानियों का प्रदेश में आना शुरू हो गया है। दूसरी लहर का जब पिछली बार होली के बाद आगाज हुआ था तब इसमें दूसरे राज्यों से आए लोगों की अहम भूमिका रही थी।