22 लाख की ठगी का मामला, केंद्रीय मंत्री के नाम पर दिया गया नौकरी दिलाने का झांसा

वर्तमान समय में जालसाजी और ठगी के मामले बढ़ने लगे हैं और इसके लिए ठग कई अलग-अलग तरीके आजमाने लगे हैं। ऐसा ही एक ठगी का मामला हिमाचल प्रदेश के मंडी से हैं जहां ठग ने केंद्रीय मंत्री के नाम पर लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झासा दिया और उनसे 22 लाख रुपे ऐंठ लिए। नौकरी न मिलने पर बेरोजगारों ने पैसे वापस मांगे तो उन्हें फ्रॉड चेक थमा दिए। मंडी, कुल्लू, सोलन और हरियाणा के युवकों ने आरोपी के खाते में ऑनलाइन पैसे भी ट्रांसफर कर दिए। एक युवक ने इसकी शिकायत बीएसएल थाना सुंदरनगर में की है।

पुलिस के अनुसार मंडी के करसोग के निहरी क्षेत्र के कमांद गांव के जितेंद्र कुमार ने शिकायत दी कि करसोग के आरोपी मोहन लाल ने बीते वर्ष अक्तूबर में उन्हें केंद्रीय मंत्री का नजदीकी बताकर वन विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे ऐंठ लिए, लेकिन न उन्हें नौकरी मिली और न वापस पैसे दिए। जब पैसे लौटाने को कहते हैं तो वह जान से मारने की धमकी देता है।

सुंदरनगर डीएसपी गुरबचन सिंह रणौत ने जानकारी दी कि शिकायतकर्ता ने बीते 9 अक्टूबर को हिमाचल ग्रामीण बैंक रोहांडा से आरोपी के पीएनबी करसोग के खाते में नेफ्ट और पेटीएम से अलग-अलग तारीख को पैसे डाले और 12 लाख कैश दिए। इस प्रकार उन्होंने 14।70 लाख रुपये दिए हैं। वहीं आशीष निवासी जींद, हरियाणा (कैशियर हिमाचल ग्रामीण बैंक शाखा रोहांडा), महेंद्र कुमार निवासी मांहूनाग और करताप सिंह निवासी द्रंग (मंडी), शेर सिंह निवासी निरमंड (कुल्लू), सीता राम और मदन लाल निवासी कसौली (सोलन) से भी 7।20 लाख रुपये ऐंठे हैं। शिकायतकर्ता ने नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता ने बताया है कि अपनी जमीन गिरवी रखकर उसने पैसे दिए हैं। आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।