दिल्ली : संक्रमण जरूर कम हुआ लेकिन फिर बढ़ी मौतों की संख्या, 0.27 फीसदी रही पाजिटिविटी रेट

राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर लगातार कम हो रही है। लेकिन संक्रमण के चलते मरीजों की मौत की संख्या अभी भी अधिक देखने को मिल रही है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने तीन दिन बाद फिर दिल्ली में 25 मौत होने की जानकारी दी है। इससे पहले 12 जून को एक दिन में 28 लोगों की मौत हुई थी। बुधवार को 77891 सैंपल की जांच में 0.27 फीसदी कोरोना संक्रमण की दर से 212 नए मामले सामने आए। इस बीच 516 मरीजों को स्वस्थ भी घोषित किया गया। इसी के साथ ही राजधानी में अब कोरोना के सक्रिय मामले भी तीन हजार के नीचे आ गए हैं। फिलहाल 2749 मरीजों का उपचार घर और अस्पतालों में चल रहा है। इनमें से 781 मरीजों का उनके घरों में उपचार चल रहा है।

इसी के साथ ही राजधानी में कुल संक्रमण के मामले बढ़कर 14,31,710 हो चुके हैं, जबकि 24,876 लोगों की इस वायरस की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। अब तक 14,04,085 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन की संख्या भी घटकर 6169 हो चुकी है। राजधानी में अभी तक की स्थिति देखें तो संक्रमण दर 6.99 फीसदी रही है। जबकि मृत्युदर 1.74 फीसदी दर्ज की गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि संक्रमण के मामले कम होने के कारण अब अस्पताल भी खाली नजर आ रहे हैं। विभिन्न अस्पतालों को मिलाकर राजधानी में कोरोना मरीजों के लिए 23953 बिस्तर हैं जिनमें से 22316 खाली पड़े हैं। ठीक इसी तरह कोविड निगरानी केंद्र में 6288 में से 6195 बिस्तर खाली हैं और स्वास्थ्य केंद्रों पर 627 में से 601 बिस्तर रिक्त पड़े हैं।

देश में कम हो रहा एक्टिव मरीजों का आंकड़ा, सिर्फ 4 राज्यों में आए रिकवरी से ज्यादा नए केस

देश में बुधवार को लगातार तीसरे दिन कोरोना के मामलों में मामूली बढ़त दिखी। 67,256 नए पॉजिटिव मिले। 2,329 संक्रमितों की मौत हुई और 1 लाख 3 हजार 853 ठीक हो गए। इससे पहले 14 जून को 60,008 और 15 जून को 62,214 नए मरीज मिले थे। बीते 24 घंटे में एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 38,950 की कमी आई। अभी 8 लाख 21 हजार 392 मरीजों का इलाज चल रहा है। बीते दिन देश में सिर्फ 4 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश (UT) ही ऐसे रहे, जहां नए संक्रमितों की संख्या ठीक होने वाले मरीजों से ज्यादा रही। इनमें मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और दादरा-नगर हवेली और दमन-दीव शामिल हैं। बाकी 32 राज्यों में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा रही।