जिले में कोरोना की रफ़्तार बरकरार है। लेकिन राहत की खबर यह रही कि संक्रमितो से ज्यादा रहा ठीक होने वालों का आंकड़ा सामने आया हैं। गुरुवार शाम में आई सरकारी रिपोर्ट में जिले में 172 नए मरीज मिले हैं तो 178 मरीज ठीक होकर रिकवर भी हुए है। आज भी संक्रमण के कारण 2 मरीजों की मौत हुई है। अब तक कोरोना के चलते हुई मौतों का आंकड़ा 132 तक पहुंच गया है। जबकि एक्टिव संक्रमितों की संख्या रिकॉर्ड 1614 तक पहुंच गई है। जिले में अब तक हुए कुल संक्रमितों का आंकड़ा भी 14291 तक पहुंच चुका है, तो वहीं 12545 लोगों को ठीक होने पर डिस्चार्ज भी किया जा चुका है।
जिले में रिकवरी रेट 88 फीसदी तो डेथ रेट 1 फीसदी से भी कम
कोरोना की पहली लहर शुरू होने से लेकर अब तक जिले में 14291 मरीज मिले हैं। इनमें से 12545 मरीज इलाज के बाद इस बिमारी से निजात पा चुके हैं और अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस दौरान 132 लोगों ने अपनी जान गंवाई है जो कि कुल संक्रमण के आंकड़े के लिहाज से एक फीसदी से भी कम है। जिले में अभी एक्टिव संक्रमितों की संख्या 1614 है। बुधवार शाम में आई रिपोर्ट में जिले में 172 नए मरीज मिले है तो वहीं संक्रमण के कारण 2 मरीजों की मौत भी हुई है। इस लिहाज से जिले में तक़रीबन 88 फीसदी मरीज ठीक हुए है तो वहीं एक फ़ीसदी से भी कम लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गंवाई है।
राजस्थान में कोरोना : 7 लाख के पार हुआ संक्रमितों का आंकड़ा
राजस्थान में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कुल संक्रमितों की संख्या गुरुवार को 7 लाख के पार हो गई। यहां पिछले 24 घंटे में गुरुवार को 17,532 नए संक्रमित केस सामने आए। इसके अलावा 16,044 लोग ठीक भी हुए। चिंता की बात यह है कि आज 161 लोगों की कोरोना से जान चली गई। इनमें सबसे ज्यादा मौतें और संक्रमित केस जयपुर में हुए। बता दें कि अब तक प्रदेश में कुल 7,02,568 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट 71% हो गई है। ऐसे में 4.99 लाख लोग रिकवर हो चुके हैं। वहीं, एक्टिवों की संख्या 1.98 लाख हो गई है।
राजस्थान : गहलोत सरकार ने 10 मई से 24 मई तक प्रदेश में लगाया कंप्लीट लॉकडाउन
राजस्थान में बढ़ते कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। इसी के चलते राज्य सरकार ने प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन लागू कर दिया है। जानकारी के अनुसार 10 मई सुबह 5 बजे से 24 मई तक राज्य में कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा। वहीं शादी समाराह पर 31 मई तक पूरी तरह से रोक रहेगी। गृह विभाग ने देर रात इसको लेकर गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं। इसके साथ ही सरकार ने कहा है कि यदि संभव हो तो अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज के साथ कोई भी अटेंडेंट नहीं जाए, और जरूरी होने पर एक ही व्यक्ति को इसकी इजाजत दी जाए। इसके लिए अस्पताल की ओर से पास इश्यू किया जाए। वहीं बड़ी बात ये है कि अब अटेंडेंट को भी 15 दिन के लिए अपने परिवार से आइसोलेट होकर होम क्वारंटाइन में रहना जरूरी होगा।