राजस्थान : 85 दिन बाद मिला ऐसा सुखद आंकड़ा जिसमें नहीं हुई किसी की भी कोरोना से मौत, 99% के करीब पहुंची रिकवरी रेट

कोरोना का कहर अब शांत होता नजर आ रहा हैं जिसके राज्य में सुखद आंकड़े दिखाई दे रहे हैं। गुरुवार को कोरोना के नजरिए से अच्छी खबर सामने आई जिसमें 85 दिन बाद किसी की भी कोरोना से मौत नहीं हुई जबकि रिकवरी रेट 99% के करीब पहुंच चुकी हैं। अप्रैल में आई दूसरी लहर में 30 मार्च के बाद ये पहला ऐसा मौका है, जब इस बीमारी से एक भी मौत नहीं हुई हो। प्रदेश में कोरोना केसों की स्थिति देखें तो 147 नए मरीज मिले हैं, जबकि एक्टिव केसों की संख्या कम होकर 2019 पर पहुंच गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है कि यदि हम सभी प्रदेशवासी मास्क सहित कोविड प्रोटोकॉल का सही से पालन करें तो महामारी को हराया जा सकता है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से जारी रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को 33 में से 8 जिलों (सवाई माधाेपुर, राजसमंद, करौली, जालौर, दौसा, बूंदी, भीलवाड़ा और बारां) में एक भी नया मरीज नहीं मिला है। वहीं 7 जिले (बांसवाड़ा, भरतपुर, धौलपुर, डूंगरपुर, जैसलमेर, झुंझुनूं और सिरोही) ऐसे हैं, जहां मात्र एक-एक केस मिला है। राज्य में रिकवर मरीजों की स्थिति देखें तो 306 मरीज ठीक हुए हैं। इस तरह अब तक 9.51 लाख में से कुल 9.40 लाख मरीज रिकवर हो चुके हैं। वहीं अब तक 8905 मरीज इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं।

राज्य में रिकवर मरीजों की संख्या अब भी नये मरीजों की संख्या की तुलना में ज्यादा है। इस कारण प्रदेश में रिकवरी रेट 99 फीसदी के करीब पहुंच गई। राज्य के 33 में 6 ऐसे जिले हैं, जहां एक्टिव केसों की संख्या 10 से भी कम है। विशेषज्ञों की मानें तो जून के अंत तक कुछ जिलों में ऐसी स्थिति आ जाएगी कि वहां एक भी कोरोना का एक्टिव मरीज नहीं होगा। इसमें बूंदी, डूंगरपुर, जालौर जिला जल्द कोरोना फ्री हो सकते हैं, क्योंकि यहां एक्टिव केसों की संख्या 5 या उससे भी कम है।

देश में आज 6 लाख से नीचे पहुंच जाएगा कोरोना के एक्टिव केस का आंकड़ा

देश में गुरुवार को कोरोना के 51,255 संक्रमितों की पहचान हुई। इस दौरान 63,674 लोगों ने संक्रमण को मात दी लेकिन 1324 लोगों की जान भी गई। पिछले 24 घंटे में एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों के आंकड़े में 13,783 की कमी रिकॉर्ड की गई। फिलहाल देश में 6.07 लाख एक्टिव केस हैं। पिछले कुछ दिनों का ट्रेंड देखें, तो आज एक्टिव केस का आंकड़ा करीब 85 दिनों बाद 6 लाख से नीचे पहुंच जाएगा।