वाराणसी : कोरोना को हराने के लिए जरूरी हैं ऐसा जज्बा, वैक्सीन लगवाने खुद पहुंचे 125 साल के बुजुर्ग

कोरोना के तांडव को शांत करने और इसे हराने में वैक्सीन का बड़ा महत्व हैं। ज्यादा से क्यादा वैक्सीन लगा लोगों को कोरोया के खतरे से बचाने का प्रयास किया जा रहा हैं। लेकिन कई लोगों में कोरोना वैक्सीन को लेकर भ्रम हैं जिसके चलते लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं। ऐसे मामलों में कुछ किस्से ऐसे भी सामने आ रहे हैं जहां कोरोना को हराने का जज्बा देखने को मिल रहा हैं। इसका एक मामला देखने को मिला वाराणसी में एक वैक्सीन सेंटर पर जहां 125 साल के बुजुर्ग वैक्सीन लगवाने खुद पहुंचे और उन्होंने कोविडशिल्ड की पहली डोज ली। इनकी पहचान स्वामी शिवानंद के रूप में हुई हैं जिन्हें दुर्गाकुंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आधार कार्ड के अनुसार वॉक इन रजिस्ट्रेशन कर स्वास्थ्य कर्मियों ने उन्हें वैक्सीन लगाई।

शिवानंद हमेशा से ही काशी के लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहे हैं। 125 साल की उम्र में भी वे काफी एक्टिव हैं और बिना किसी की मदद के वे अपने सभी काम खुद ही करते हैं। लोगों का कहना है कि शिवानंद की दिनचर्या का मुकाबला कोई जवान व्यक्ति भी नहीं कर सकता है। बांग्लादेश के श्रीहट्ट में जन्मे शिवानंद हर दिन सुबह 3 बजे उठ जाते हैं और गंगा में स्नान करने के बाद योग करते हैं।

शिवानंद के अनुसार वे बिल्कुल सादा भोजन करते हैं और तेल व मसालों से काफी दूर रहते हैं। उन्होंने बताया कि वे ज्यादातर उबली सब्जियों और दलिया ही खाते हैं। साथ ही उन्हें किसी भी प्रकार का कोई व्यसन नहीं है। शिवानंद के अनुसार वे बेहद गरीब परिवार में जन्मे थे और उनके माता पिता की मौत भी भूख के कारण ही हो गई थी। तब से लेकर आज तक वे आधा पेट ही भोजन करते हैं।