अलवर : कोरोना के चंगुल में फंसा जौड़िया गांव, बाहर पुलिस तैनात और अंदर ही फैल रहा संक्रमण, मिले 131 पॉजिटिव

कोरोना की दूसरी लहर भयावह स्थिति पैदा कर रही हैं जो कि किसी एक क्षेत्र को टारगेट कर रही हैं और संक्रमितों के आंकड़ो में इजाफा कर रही हैं। अलवर का जौड़िया गांव कोरोना के संकट से जूझ रहा हैं और आलम ऐसा हैं कि सिर्फ इस एक अकेले गांव से ही 131 पॉजिटिव आ चुके हैं जिसमें से फिलहाल 121 एक्टिव केस हैं। दो की मौत भी हो चुकी है। इस फैलते संक्रमण के चलते शासन ने गांव को कंटेनमैंट जोन बना दिया है। और गांव के तीन मैन प्वाइंट पर पुलिस तैनात कर दी है।

गांव से रोजाना 50-60 सैंपल लिए जा रहे हैं लेकिन रिपोर्ट आने में 2-3 दिन का वक्त लगता है। इस बीच पॉजिटिव आने वाले भी इधर उधर घूमते हैं। पिछले करीब 15 दिनों से गांव के बाहर पुलिस का पहरा भी है। फिर भी संक्रमण बेलगाम है। मरीज बढ़ने से अस्पतालों में भीड़ है। पीएचसी प्रभारी डॉ। गोविंद का कहना है कि गांव में लोग लापरवाही बरत रहे हैं। बहुत कम लोग मास्क लगा रहे हैं। लोग जमघट जमाने से नहीं रुकते, जिस कारण गांव में कोरोना फैल रहा है।

ग्रामीण बताते हैं कि जौडिया गांव में दिल्ली, जयपुर और अन्य शहरों से आने वाले लोगों के कारण कोरोना फैला है। गांव के लोगों का शहरों में रोजगार के लिए आवगमन रहता है। जिस कारण गांव में कोरोना वायरस आया और अब यह वायरस एक-दूसरे से फैलता हुआ दिखाई दे रहा हैं। गांव में कई ऐसे डॉक्टर हैं जिनके पास न मेडिकल डिग्री है न कोई सर्टिफिकेट। फिर भी बीमार लोगों को दवाई दे रहे हैं। जिसके कारण कुछ ठीक भी हो जाते हैं। लेकिन, झोलाछाप के चक्कर में आने से कई केस बिगड़ जाते हैं। जिनको बाद में अस्पतालाें में जिंदगी और मौत से जूझना पड़ता है।