विरोध मार्च की योजना बनाने पर हिरासत में लिए गए सैमसंग की चेन्नई फैक्ट्री के 104 कर्मचारी

चेन्नई। चेन्नई के बाहरी इलाके में स्थित सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री के 100 से अधिक कर्मचारियों को बिना अनुमति के विरोध मार्च निकालने की कोशिश करने पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

कांचीपुरम स्थित प्लांट में पिछले सप्ताह से ही कर्मचारी और कई कर्मचारी यूनियनों के सदस्य हड़ताल पर हैं। वे अधिक वेतन और बेहतर कार्य स्थितियों की मांग कर रहे हैं।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मांगों में उनके यूनियन सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीआईटीयू) को मान्यता देना भी शामिल है।

हालांकि, सैमसंग सीआईटीयू जैसे राष्ट्रीय श्रमिक समूह द्वारा समर्थित किसी भी यूनियन को मान्यता नहीं देना चाहता है। फैक्ट्री में कार्यरत 1,800 कर्मचारियों में से 1,000 से अधिक कर्मचारी फैक्ट्री के पास अस्थायी टेंट में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जो टेलीविजन, रेफ्रिजरेटर और वॉशिंग मशीन सहित उपकरणों का निर्माण करता है।

कांचीपुरम की फैक्ट्री सैमसंग के भारत में सालाना 12 बिलियन अमेरिकी डॉलर के राजस्व का लगभग एक तिहाई हिस्सा पैदा करती है।

सैमसंग ने शुक्रवार को कहा था कि उसने चेन्नई प्लांट के कर्मचारियों के साथ सभी मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने के लिए चर्चा शुरू की है। लेकिन, सैमसंग और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बातचीत विफल होने के बाद, कर्मचारियों ने सोमवार को विरोध मार्च निकालने का फैसला किया।

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें हिरासत में ले लिया गया क्योंकि पुलिस ने उन्हें अनुमति नहीं दी क्योंकि इलाके में स्कूल, कॉलेज और अस्पताल हैं। कांचीपुरम के पास एक विवाह हॉल में कुल 104 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया।

इस बीच, डीएमके से जुड़े एक संगठन समेत 12 यूनियन समूहों ने बुधवार को चेन्नई में हड़ताली कर्मचारियों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। रॉयटर्स ने बताया कि सैमसंग ने सवालों का जवाब नहीं दिया।