
इजराइल और ईरान के बीच बीते कुछ समय से हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। दोनों देशों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमलों का सिलसिला जारी है, जिससे स्थिति और भी गंभीर बनती जा रही है। ऐसे मुश्किल हालातों में भारत ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक सराहनीय कदम उठाया है। युद्धग्रस्त ईरान से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत की। इस मानवीय मिशन के अंतर्गत अब तक 517 भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है।
भारत सरकार की 2025 की विदेश मंत्रालय रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय ईरान में करीब 10,765 भारतीय नागरिक रह रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में छात्र शामिल हैं।
तीसरी फ्लाइट लेकर आई 117 भारतीयों को, दिल को छूने वाली वापसीऑपरेशन सिंधु के अंतर्गत शनिवार, 21 जून को तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्गाबात से एक विशेष फ्लाइट भारत पहुंची। इस फ्लाइट से 117 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया, जिन्हें नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तड़के 3 बजे उतारा गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस महत्वपूर्ण जानकारी को साझा करते हुए बताया कि यह ऑपरेशन युद्ध जैसे माहौल में भारत की तत्परता और संवेदनशीलता का प्रतीक है।
मशहद से 290 छात्रों की वापसी, दहशत में बीते पलइससे कुछ ही घंटे पहले, 20 जून की देर रात, एक और फ्लाइट ईरान के मशहद से रवाना होकर 290 भारतीय छात्रों को लेकर भारत पहुंची। इनमें से अधिकतर छात्र जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखते हैं और मेडिकल की पढ़ाई के लिए ईरान में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि हमलों की शुरुआत होते ही उन्होंने भारत सरकार से संपर्क किया और उन्हें इतनी तेजी से सुरक्षित निकाला गया कि वे अपने आभार को शब्दों में व्यक्त नहीं कर पा रहे हैं।
वहीं जिया कुलसुम, जो इस फ्लाइट से भारत लौटीं, ने बताया, हम बेहद डर गए थे। चारों ओर दहशत का माहौल था। लेकिन जैसे ही भारत सरकार ने पहल की, हमें तसल्ली मिली और आज हम अपने वतन में हैं, सुरक्षित और सुकून के साथ।
प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री को छात्रों का धन्यवादजम्मू-कश्मीर स्टूडेंट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर का धन्यवाद करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ईरान के मशहद से भारत लौटी फ्लाइट में ज्यादातर छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं और वे अब सुरक्षित हैं। भारत सरकार ने जिस तत्परता और संवेदनशीलता से हमारी मदद की, वह अतुलनीय है।
पहली फ्लाइट में 110 छात्रों की वापसी, मुश्किल सफर मगर सुरक्षित अंजाम‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत 19 जून को पहली फ्लाइट 110 छात्रों को लेकर दिल्ली पहुंची थी। ये सभी छात्र ईरान की उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी से थे। उन्हें पहले सड़क मार्ग से आर्मेनिया लाया गया, वहां से फ्लाइट के जरिए दोहा और अंततः दिल्ली पहुंचाया गया। यह पूरी यात्रा भले ही कठिन रही, लेकिन सरकार के प्रयासों से हर एक छात्र सुरक्षित अपने घर पहुंचा।