हवाई यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं, IGI के बाद चेन्नई से भी इंडिगो की उड़ानें ठप

देश में हवाई यात्रा करने वाले लोगों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानें एक बार फिर बड़े पैमाने पर अस्त-व्यस्त हो गई हैं। कई फ्लाइट्स या तो तय समय से काफी देर बाद उड़ान भर रही हैं, जबकि कई को अचानक रद्द कर दिया गया है। इस अव्यवस्था का सीधा असर यात्रियों पर पड़ रहा है, जिन्हें घंटों तक एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ रहा है।

मिडनाइट से मॉर्निंग तक परिचालन बाधित — 32 उड़ानें एक झटके में रद्द

5 दिसंबर की रात 12 बजे से लेकर सुबह 8 बजे तक इंडिगो ने कुल 32 फ्लाइट्स रद्द करने का फैसला लिया।

16 उड़ानें देश के विभिन्न शहरों से आने वाली थीं

16 उड़ानें टेकऑफ़ करने के लिए तैयार थीं

इसी दौरान नागपुर से पुणे जा रही एक फ्लाइट को बीच रास्ते में ही हैदराबाद मोड़ना पड़ा, जिससे यात्रियों को अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ा।

यात्रियों की बड़ी दिक्कत — एयरपोर्ट पर लंबा इंतजार

उड़ानों में लगातार रद्दीकरण और देरी के कारण यात्रियों में नाराज़गी बढ़ती जा रही है। कई लोग एयरपोर्ट पर घंटों तक फंसे हैं, वहीं इंडिगो की ओर से स्पष्ट जानकारी न मिलने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।

तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी हालात सामान्य नहीं हैं—

यहां 4 इंडिगो उड़ानें पूरी तरह रद्द कर दी गईं

6 फ्लाइट्स लंबे इंतजार के बाद उड़ान भर रही हैं

देशभर में बड़ा असर — 500 से अधिक उड़ानें ठप

आज इंडिगो ने पूरे देश में 500+ फ्लाइट्स रद्द करने की पुष्टि की है।

दिल्ली एयरपोर्ट: सभी घरेलू उड़ानें बंद

बेंगलुरु: 100 से ज्यादा उड़ानें रद्द

हैदराबाद: करीब 90 फ्लाइट्स रद्द

इन बड़े एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की भारी भीड़ जमा हो गई है। कई लोग बिना भोजन और आराम के पूरे दिन फ्लाइट का इंतजार करते हुए देखे गए, जिससे गुस्सा और निराशा दोनों बढ़ते जा रहे हैं।

लगातार चौथा दिन—रद्द उड़ानों का आंकड़ा 1000 के करीब

इंडिगो एयरलाइंस पिछले चार दिनों से लगातार बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द कर रही है। मंगलवार से शुरू हुई इस समस्या ने अब गंभीर रूप ले लिया है और कुल रद्द उड़ानों की संख्या लगभग 1000 तक पहुंच गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा उड़ानों की समयबद्धता और सुरक्षा पर सख्त एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद इंडिगो की परिचालन क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई है। यही वजह है कि एयरलाइन इतने बड़े पैमाने पर उड़ानों को रद्द करने को मजबूर है।