देश की अग्रणी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों गंभीर परिचालन अव्यवस्था से जूझ रही है। लगातार उड़ानें रद्द होने, यात्रियों की बढ़ती शिकायतों और अव्यवस्थित शेड्यूलिंग की वजह से हालात इतने बिगड़ गए कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो के CEO को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर जवाब देने का आदेश दिया था। हालांकि, सुनवाई से पहले ही CEO ने एक दिन की अतिरिक्त मोहलत मांगी, जिसे DGCA ने स्वीकार कर लिया है। अब वे गुरुवार दोपहर 3 बजे जांच पैनल के समक्ष अपनी विस्तृत रिपोर्ट रखेंगे।
DGCA ने साफ कर दिया है कि यह बैठक औपचारिकता नहीं है—एयरलाइन को चल रही समस्याओं पर पूरी तरह पारदर्शी और डेटा-आधारित जवाब प्रस्तुत करने होंगे। जांच समिति ने छह महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी तैयार रखने का निर्देश दिया है, जिनसे मौजूदा संकट की जड़ें पूरी तरह स्पष्ट होंगी।
यात्रियों को मिली परेशानी और मौजूदा उड़ानों की स्थिति पर DGCA की पहली नज़रDGCA का पहला लक्ष्य यह जानना है कि इंडिगो का नेटवर्क वास्तव में कितने प्रतिशत तक बहाल हो पाया है। पैनल यह भी जानना चाहता है कि जिन यात्रियों की उड़ानें अचानक कैंसिल की गईं—क्या उन्हें दूसरी उड़ानों में समायोजित किया गया? यदि हाँ, तो उसका सटीक और सत्यापित डेटा क्या है?
इसके अलावा, DGCA का विशेष ध्यान उन संवेदनशील यात्रियों पर है जिन्हें अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता होती है—जैसे अकेले यात्रा कर रहे बच्चे, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग या मेडिकल इमरजेंसी वाले यात्री। इंडिगो उनसे कैसे संपर्क कर रही है और उनकी सुरक्षा व सुविधा के लिए क्या तंत्र लागू किए गए हैं, यह भी जांच का अहम हिस्सा होगा।
ऑपरेशन बहाली, स्टाफ उपलब्धता और नए ड्यूटी नियमों पर उठेंगे बड़े सवालइंडिगो को यह स्पष्ट करना होगा कि उड़ानों को स्थिर करने के लिए उसकी आंतरिक मॉनिटरिंग प्रणाली कैसे काम कर रही है। DGCA यह जानकारी चाहता है कि देरी और कैंसिलेशन को कम करने के लिए एयरलाइन ने किस स्तर पर हस्तक्षेप किया है।
पैनल पायलटों और केबिन क्रू की वास्तविक उपलब्धता पर भी विस्तृत अपडेट मांगेगा। कितनी टीमें रोस्टर समस्याओं या थकान प्रबंधन के नियमों (FDTL) के कारण ड्यूटी पर नहीं आ सकीं? इन नए नियमों से उत्पन्न कठिनाइयों को इंडिगो कैसे संभाल रही है? साथ ही, आगामी महीनों में भर्ती, प्रशिक्षण और रोस्टर सुधार की क्या योजनाएं हैं—इसका विस्तृत रोडमैप भी CEO को प्रस्तुत करना होगा।
रद्द उड़ानों की सूची, रिफंड प्रक्रियाएं और भुगतान प्लेटफॉर्म पर DGCA की गहन निगरानीDGCA ने इंडिगो से अब तक रद्द की गई हर उड़ान का पूर्ण विवरण देने को कहा है—कौन-सी फ्लाइट कब रद्द हुई, किस कारण हुई, और कितने यात्रियों को इसका असर झेलना पड़ा।
रिफंड प्रक्रिया भी जांच का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एयरलाइन को यह बताना होगा कि कितने यात्रियों को रिफंड जारी किया गया और यह प्रक्रिया किस समय सीमा के भीतर पूरी की गई। साथ ही OTA प्लेटफॉर्म—मैकेमायट्रिप, ईज़मायट्रिप जैसे पोर्टलों पर बुकिंग करवाने वाले यात्रियों और सीधे इंडिगो वेबसाइट/ऐप के माध्यम से टिकट लेने वालों के रिफंड में कितना अंतर रहा, यह भी DGCA जानना चाहता है।