इन 3 तरीकों की मदद से आलसी बच्चों को बनाए एक्टिव

हर बच्चा अलग होता है। कुछ बच्चे चुस्त-दुरुस्त होते हैं, तो कुछ सुस्त और आलसी। अगर आपका बच्चा आलसी है, तो सबसे पहले यह देखें कि कहीं वह ज्यादा वीडियो गेम या दिन भर टीवी के सामने तो नहीं बैठा रहता है। आज का तकनीकी युग सबसे बड़ा कारण है बच्चों के आलसी होने का। दिन भर घर के अंदर बैठे रहना, न खेलना न कूदना और टीवी के सामने बैठकर खाते रहना, यह उनको आलसी ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी कमजोर बनाता है। हम आपको ऐसे ही तीन तरीके बताएंगे, जिनसे आप अपने आलसी बच्चे को एक्टिव बना सकते हैं।

उनसे बात करें

आलसी बच्चों को संभालने का सबसे बढ़िया तरीका है- उनसे बात करना और उनके साथ समय बिताना। पैरेंटिंग एक ऐसी चीज है, जिसमें आपको काफी धैर्य की जरूरत होती है। आपका बच्चा एक रात में नहीं बदल जाएगा, इसलिए सकारात्मक सोच के साथ उससे बात करें।

काम में रखें व्यस्त

आलसी बच्चों से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है- उन्हें काम में व्यस्त रखना। उन्हें घर के छोटा-मोटा काम करने को कहें। साथ ही जब काम पूरा हो जाए तो उनकी तारीफ करें। इससे उनमें काम को लेकर उत्साह बढ़ेगा और वे एक्टिव बनेंगे।

खेलने को प्रोत्साहित करें

आलसी बच्चों का आलस खत्म करने का सबसे बढ़िया तरीका है, उन्हें खेलने को कहना। जब वे खेलेंगे-कूदेंगे तो उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। ऐसे में आप उन्हें बातचीत में समझाएं कि उनके लिए खेलना-कूदना कितना जरूरी है। ध्यान रखें कि उनको जब आप कोई बात समझाएं तो ज्यादा डांट-फटकार न लगाएं।