आजकल देखा जाता हैं कि पुरुष और महिला दोनों कामकाजी अर्थात जॉब वाले हो गए है। ऐसे में महिलाएं अपनी डिलीवरी के समय मैटरनिटी लीव लेना पसंद करती हैं और इसकी समाप्ति के बाद वापस ऑफिस ज्वाइन करना चाहती हैं। ऐसे में उन्हें बच्चे की सही देखभाल के लिए बेबीसिटर (Baby Sitter) या नैनी (Nanny) की जरूरत पड़ती हैं जो आपके बच्चे का अच्छे से ख्याल रख सकें। आपके बच्चे की पूरी जिम्मेदारी बेबीसिटर (Baby Sitter) पर होती हैं। ऐसे में सही बेबीसिटर (Baby Sitter) का चुनाव करना कोई आसान काम नहीं होता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से आपकी बेबीसिटर (Baby Sitter) के चुनाव में आसानी होगी। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में।
जान पहचान वालों से करें बातअगर आपको पहले से जानकारी है कि आप शिशु के जन्म के बाद काम जारी रखने वाली हैं तो कुछ समय पहले से ही बेबीसिटर (Baby Sitter) की तलाश शुरू कर दें। सबसे पहले अपने आस पड़ोस या रिश्तेदारी में बात करें और देखें कि कोई ये काम कर सकता है क्या? साथ ही ये भी देखें कि उस महिला ने पहले भी किसी शिशु की देखरेख की है या नहीं, अगर की है तो उसके पहले काम की जांच पड़ताल अवश्य करें।
उम्र का रखें ख्यालकभी भी जान पहचान के चलते किसी छोटी बच्ची को काम पर ना रखें, कई बार लोग ये सोच कर बच्चों को बेबीसिटर (Baby Sitter) रख लेते हैं कि इसकी पढ़ाई या आर्थिक रूप से सहायता हो जाएगी, पर ध्यान रहे सबसे जरूरी है कि आप जिसे काम पर रखना चाहते हैं, वह अडल्ट (18 साल या ज्यादा) होना चाहिए। उसका ऐज सर्टिफिकेट मांगें। साथ ही, उसके एड्रेस प्रूफ के लिए भी डॉक्युमेंट्स देखें।
डॉक़्यूमेंट्स चेक करेंअगर दिल्ली में आप 18 साल से कम और बाकी देश भर में 14 साल से कम उम्र के बच्चे को घरेलू काम के लिए नौकर या मेड रखते हैं तो चाइल्ड लेबर प्रोहेबिशन एंड रेग्युलेशन ऐक्ट के तहत सजा हो सकती है। बेहतर है कि आप बेबीसिटर (Baby Sitter) का ‘आधार कार्ड’ देखें। इन डॉक्युमेंट्स की कॉपी अपने पास रखें।
कुछ चीजों का लें टेस्टकुछ बेबीसिटर (Baby Sitter) बच्चों को सँभालने में काफी अच्छी होती हैं और बच्चे बड़ी जल्दी उनके साथ घुलमिल जाते हैं वहीं ऐसी होती हैं जिनके पास हर बच्चे खुश रहते हैं वहीँ कुछ को बच्चे को खुश रखने के लिए बहुत मशकत करनी पड़ती है। कुछ देर के लिए अपने शिशु को बेबी सिटर को सँभालने के लिए दें। देखें की आप का शिशु कितना घुल-मिल पा रहा है। अगर आप का बच्चा बहुत ज्यादा शैतानी करे तो क्या आप बच्चे को शांत कराने के उसके तरीके से संतुष्ट हैं। आप का संतुष्ट होना बहुत जरुरी है – आखिर-कार आप की गैर मौजूदगी में ये ही आप के बच्चे की देख-भाल करेगी। देखने और परखने की कोशिश करें कि बेबीसिटर (Baby Sitter) की पर्सनालिटी क्या है, क्या वो बच्चे को कुछ अच्छा सीखा सकती है, क्या उसे बच्चे के साथ खेलने में आनंद आता है?
अपने मन की सुनेंकई बार सब कुछ सही होने के बाद भी आप को शायद कोई बेबीसिटर (Baby Sitter) आपको सही न लगे। अगर आप के मन में कुछ दुविधा है तो अपने दिल की सुने, आखिरकार ये आपके बच्चे की जिंदगी का सवाल है।