जीवन की भागदौड़ में बन गई हैं पिता से दूरियां, इन तरीकों से रिश्ते होंगे और मजबूत

किसी भी व्यक्ति के जीवन में भगवान से भी ऊपर दर्जा रखते हैं उनके माता-पिता जो पैदा होने से लेकर अपनी आखिरी सांस तक बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करते हैं। जहां एक तरफ मां से बच्चों को ममता मिलती हैं वहीँ पिता से जीवन भर संरक्षण प्राप्त होता हैं। देखा जाता हैं कि भागदौड़ भरी इस जिंदगी में मां के साथ तो समय बिताने के पल मिल जाते हैं लेकिन पिता के साथ उतना समय नहीं मिल पाता हैं। आपके बचपन में पिता की काम में व्यस्तता और फिर बढ़े होने पर अपने काम की व्यस्तता से वह समय नहीं मिल पाता हैं। ऐसे में कई बार पिता से दूरियां भी बन जाती हैं जिसे खत्म करने की जरूरत हैं। ऐसे में कुछ बदलाव करके और कुछ पल फुर्सत के निकाल कर अपने पिता के साथ अनमोल पल जरूर बिताएं। ताकि आपका रिश्ता और मजबूत होता जाए।


पिता के साथ ऐसे बिताएं वक्त

चूंकि पिता या बच्चों की अपनी व्यस्तता होती है और समय बिताने का मौका कम ही मिलता है, ऐसे में अगर आप चाहते हैं कि पिता के साथ थोड़ा सा ही सही, लेकिन वक्त बिताएं तो उनके साथ मॉर्निंग वॉक पर जाएं। इसके दो फायदे हो सकते हैं, एक तो आपको पिता के साथ बातचीत करने का काफी मौका मिलेगा और दूसरा कि वॉक करने से उनकी और आपकी सेहत भी दुरुस्त रहेगी। ऐसा अगर रोज करेंगे, तो आपके रिश्ते को और भी मजबूती मिलेगी।

मॉर्निंग वॉक के बहाने आएं करीब

अक्सर हमें अपने पिता के साथ समय बिताने का मौका कम ही मिलता है। इस भागम-भाग भरी लाइफ में कई बार हमारे पास समय नहीं होता, तो कई बार हमारे पिता को ही अपनी जिम्मेदारियों आदि से फुर्सत कम ही मिलती है। ऐसे में सुबह का समय सबसे अच्छा होता है जब आप कुछ पल फुर्सत के निकाल सकते हैं। अगर आपके फादर मॉर्निंग वॉक पर नहीं जाते हैं, तो उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करें, ताकि उनकी सेहत दुरुस्त बनी रहे। वहीं अगर वह रोज सुबह की सैर के आदी हैं तो यह आपके लिए एक खूबसूरत बहाना बन सकता है उनके साथ समय बिताने का। तो इस बहाने अपने पिता के साथ कुछ समय जरूर बिताएं।

पिता की सेहत का ध्यान रखें

जब बच्चे छोटे होते हैं तो पिता की यह जिम्मेदारी होती है कि वे उनकी सेहत का ध्यान रखें और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उनकी भी यही जिम्मेदारी बनती है कि वो भी अपने पिता की सेहत का ख्याल रखें। अगर पिता को कोई भी छोटी या गंभीर बीमारी है, तो उनकी दवाओं का ध्यान रखें, उन्हें समय पर दवा खिलाने में मदद करें और अगर जरूरत पड़े तो उन्हें डॉक्टर से भी दिखाएं। इससे पिता को भी अहसास होगा कि उनके बच्चे उनका बेहतर ख्याल रख रहे हैं, इससे उनकी सेहत में भी सुधार होगा।


कम्युनिकेशन गैप न होने दें

लॉकडाउन या कोरोना काल में अगर आप अपने घर में ज्यादा समय बिता रहे हैं तो ऐसे में इसका पूरा फायदा अपने पिता के साथ अपने संबंध मजबूत करने में कर सकते हैं। अक्सर बढ़ते बच्चों और पेरेंट्स के बीच कुछ चीजों को लेकर तनाव पनपने लगता है। ऐसे में जब आप घर में ज्यादा समय बिता रहे हैं तो कोशिश करें कि इस समय आप अपने रिश्तों के कम्यूनिकेशन गैप को दूर करने का प्रयास करें।

पिता की भावनाओं का रखें ख्याल

अपने पिता से किसी बात को लेकर मतभेद न रखें और अगर मतभेद हैं तो उसे जल्द से जल्द दूर करने का प्रयास करें। चूंकि कई बच्चों की यह आदत होती है कि वो बोलने से पहले कुछ सोचते नहीं और अपने पिता को भी कुछ भी बोल जाते हैं। इससे उनकी भावनाएं आहत हो सकती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि अगर उनसे विनम्रता से कोई भी बात कहें और उन्हें अपनी बात समझाने का प्रयास करें, क्योंकि उग्र होने से बात और बिगड़ सकती है।

वह करें जो दोनों को लगे दिलचस्प

पिता से बच्चों के संबंध कभी-कभी तनावपूर्ण हो जाते हैं। खासकर तब जब दोनों की रुचियां अलग अलग हों। मगर थोड़े से प्रयास से आप ऐसा कुछ कर सकते हैं जो आप दोनों को दिलचस्प लगे। यानी जो चीज आपके पिता को पसंद हो उसकी प्रशंसा करें। अगर उन्हें कोई खेल पसंद है तो इस बहाने उनके साथ समय बिताएं। समान रुचियों की वजह से जहां आप और करीब आएंगे वहीं पिता से आपके संबंध और मजबूत होंगे। जैसे अगर आपके पिता को बागवानी या कुकिंग पसंद है तो आप इसमें उनका हाथ बंटा सकते हैं। वहीं उनकी पसंद की किताबों पर चर्चा भी कर सकते हैं।