आपने अक्सर ऐसे कई लोगों को देखा होगा जो सार्वजनिक कामों में जाना पसंद नहीं करते हैं और उनके लिए पार्टियों में जाना और नए-नए लोगों से मिलना बहुत पेचीदा काम होता हैं। क्योंकि उनके मन में झिझक होती हैं और वे अजनबियों से बात नहीं कर पाते हैं। और कई बार तो ऐसा होता हैं कि बात करना भी चाहते हैं, लेकिन अपनी हिचक के कारण बात नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से वे खुद में ही सिमित होकर रह जाते हैं। इसलिए अगर आपके या आपके मित्र के साथ भी ऐसा ही कुछ हैं तो आज हम आपके लिए कुछ टिप्स लेकर आए हैं जो आपकी झिझक को दूर करने में आपकी मदद करेंगे और आप किसी भी पार्टी में सहज महसूस करेंगे।
* इशारों से शुरुआतकिसी को देखकर वेव करना, मुस्कुराना आदि उससे बातचीत शुरू करने को आसान बना सकता है। अगर आपको बात शुरू करने में हिचक हो रही है तो इन इशारों से शुरुआत कर सकते हैं।
* आसान से कठिन की ओरपहले उन लोगों से मिलिए जिनका व्यवहार आपको ऐसा लगता हो कि आपसे फ्रेन्डली रहेगा। इसके बाद उनसे बात करने की कोशिश करिए जिनसे बात करने में आप कतरा रहे हैं।
* बस नाम ही काफी है
लंबे परिचय से बचें। बस, अपना नाम बताएं और दोस्ती का हाथ मिलाने के लिए बढ़ा दें।
* आसपास की बात करेंपरिस्थिति के हिसाब से बातचीत की शुरुआत करें। आपके आसपास जो चीजे हों उनके बारे में बात करें या किसी हालिया फिल्म का जिक्र करें।
* आपका काम तो काफी इंटरेस्टिंग होगा?किसी से उनके पेशे के बारे में पूछने पर अक्सर अच्छी चर्चा हो जाती है।
* यह तरीका अचूक हैअगर किसी से बात करने में आपको हिचक हो रही हो तो उसे कॉम्प्लिमेंट देकर बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं। जैसे, आप उन्हें बताएं कि आपने उनकी घड़ी नोटिस की और वह काफी अच्छी लग रही है। उसने जो अंगूठी पहनी है वह काफी आच्छी है। आपकी शर्ट काफी अच्छी है, क्या यह आपका फेवरिट कलर है, जैसी बातों से आप दोस्ती का पहला कदम बढ़ा सकते हैं।
* ट्रैवल एक्सपीरिअंस के बारे में बताएंआप अपने किसी ट्रैवल एक्सपीरिअंस की बात छेड़ दीजिए। देखिए कैसे बेजान ग्रुप में जान आ जाएगी।
* कुछ तुम बोलो, कुछ हम बोलेंसिर्फ अपनी ही बातें न कहते रहें। सामने वाले की भी सुनें।
* न करें यह गलतीलोगों से उनके रिलेशनशिप, उनके एक्स जैसे मुद्दों के बारे में पूछने से बचें। ऐसा न हो कि बात शुरू होने से पहले ही सामने वाला बातचीत से बचने की कोशिश करने लगे।
* सहज रहेंयाद रहे कि आपकी बेचैनी चेहरे पर न रहे। आराम से और शांत मन से बात करें। किसी तरह से भी नर्वस न हों।