जब हमारी शादी होती है तब कुछ समय तक सब कुछ ठीक-ठाक चलता है। लेकिन जैसे जैसे समय बीतता है वैसे वैसे दूरियां भी बढ़ने लगती है और पति पत्नी को एक दूसरे के लिए समय नहीं मिल पाता और मैरिड लाइफ को चलाना थोड़ा चैलेंजिंग हो जाता है और ऐसा देखा गया है कि पति का इंटरेस्ट पत्नी के लिए थोड़ा कम हो जाता है। दोस्तों शादी दो आत्माओं का मिलन है इस पवित्र बंधन में स्त्री और पुरुष अपने अपने धर्म, समाज को साक्षी मानकर जीवन भर साथ निभाने के लिए बंधते है इसमें किसी भी प्रकार अवरोध ना केवल उन दोनों के लिए ही वरन उनके पूरे परिवार के लिए भी दुखद साबित होता है। हम यहाँ पर कुछ ऐसे महत्वपूर्ण उपाय बता रहे है जिनका पालन करके आपके परिवार और आपके दाम्पत्य जीवन में अवश्य ही खुशियाँ भरी रहेंगी।
# किसी भी शुक्रवार की रात सोने से पहले तीन इलायची ईष्टदेव समेत श्रीकृष्ण को स्मरण कर अपने शरीर से स्पर्श के बाद स्वयं के पास ही कहीं छिपा ले। छिपाने के लिए अपनी साड़ी के पल्लू या दुपट्टे के एक कोने में बांध ले या फिर रूमाल में बांधकर अपने पास रख ले। अगले रोज शनिवार को उसी इलायची को पीसकर आहार के किसी व्यंजन में मिलाकर पति को खिला दे। ऐसा तीन शुक्रवार तक करने के बाद अच्छे परिणाम आ जाते हैं और मंद हो चुका प्रेम का प्रवाह तीव्रता प्राप्त कर लेता है।
# शनिवार की आधी रात को पति का 21 बार नाम लेकर लौंग पर फूंक मारें और फिर उसे आग के हवाले कर दें। इस प्रयोग को लगातर सात बार अर्थात सात दिनों तक करने के अद्भुत परिणाम मिलते हैं। आठवें दिन के इस टोटके को आजमाते ही पति के प्यार की मधुरता को काफी शिद्दत और समर्पण के साथ अनुभव किया जा सकता है।
# प्रत्येक रविवार को अपने सोने के कमरे में गूगल की धूनी जलाकर पति को अपने प्रति आसक्त बना सकती हैं। पति के दिल-दिमाग में अपने सम्मोहन और रूप-गुण की भावना को आत्मविश्वास के साथ भर सकती हैं। यह कार्य पति के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा के साथ किए जाना चाहिए। यह प्रयोग अप्रत्याशित लाभ देने वाला साबित होगा।
# पान के एक पत्ते पर चंदन और केसर को मिलाकर रखें। उसे लाल कापड़े पर पहले स्थपित मां दुर्गा की प्रतिमा के चरणों में रख दें। उसके बात 43 दिनों तक चंडी स्त्रोत का पाठ करें। पाठ की समाप्ति के बाद पान पर लगे चंदन और केसर का तिलक लगाएं। ऐसा कर पति के समक्ष जाने से पति का पत्नी के प्रति वशीकरण सुनिश्चित है।
# गुरुवार या शुक्रवार की आधी रात (करीब 12 बजे) को पति की चोटी के कुछ बाल काट ले। कटे बाल को एक सप्ताह तक घर में ही पति की नजरों से दूर किसी स्थान पर रखे। उसके बाद उसे जला डाले और पैरों से कुचलकर घर से बाहर फेंक दे। इस प्रक्रिया की शुरुआत अगर पत्नी द्वारा माहवारी के दौरान किया जाए तब जल्द अच्छे परिणाम मिलने की संभावना प्रबल हो जाती है।