हर माता-पिता अपने बच्चे के भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं और इसके लिए वे उन्हें बचपन से ही सही सीख देने की कोशिश करते है ताकि वह नेक इंसान बने। लेकिन कई बार बच्चों की भलाई के चक्कर में पेरेंट्स अपना व्यवहार ऐसा कर लेते हैं कि बच्चे उनसे दूर होते चले जाते हैं। ऐसे में परिवार का ज्यादा प्यार-दुलार बच्चों को बिगाड़ भी सकता हैं तो ज्यादा गुस्सा उन्हें आपसे दूर भी ले जा सकता हैं। ऐसे में आपकी परवरिश संतुलित होनी चाहिए। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जो हर पेरेंट्स को ध्यान में रखनी चाहिए क्योंकि ये उन्हें बेस्ट पेरेंट्स बनाती हैं। तो आइये जानते हैं इन बातों के बारे में...
सिखाएं सही गलत की पहचान
पैरेंट्स का अपने बच्चों से जुड़ाव तभी पूरी तरह होता है जब वे उनसे पूरी तरह घुल मिल जाते हैं। इससे वे अपने मन की हर बात अपने पैरेंट्स से खुल कर करते हैं। इसलिए अपने बच्चों के मन की बात को समझें और उन्हें सही गलत में फर्क करना जरूर सिखाएं। ऐसा करने से वह अपनी लाइफ के भी सही गलत फैसलों को आसानी से चुन सकेंगे। बच्चों को एक जरूरी बात जरूर सिखाएं कि जो व्यक्ति आपको इज्जत, सम्मान देता हो आप भी उसे इज्जत व सम्मान दें।
इन्हें है आपके प्रोत्साहन की जरूरत
बच्चों को आपके प्यार के साथ आपके प्रोत्साहन की भी जरूरत होती है। वे जब भी कोई काम करते हैं तो आपकी ओर निहारते हैं कि आप उनके काम की तारीफ करें। इससे उनका उत्साह बढ़ता है और वे और लगन से काम में मन लगाते हैं। इसलिए हर बात पर अपने बच्चों को सीख देने की आदत को छोड़ें और उनके कामों की खुल कर प्रशंसा करें। इससे बच्चे आपके और करीब आएंगे।
बात बात पर डांटना ठीक नहीं
बच्चे छोटे होते हैं उन्हें सही गलत की समझ नहीं होती। ऐसे में वे कई बार काम बिगाड़ देते हैं, शैतानियां करते हैं। ऐसे में उनको बात बात पर डांटना ठीक नहीं होता। उन्हें प्यार से समझाएं। वहीं अगर आप उनकी शरारतों पर उन्हें डांटते हैं, तो उनकी उपलब्धियों के लिए भी उन्हें जरूर सराहें। बात बात पर बच्चे को डांटना, उसकी आलोचना करना उनमें गुस्सा भर देता है। इससे आपकी बैड पेरेंटिंग का संकेत मिलता है। इसलिए बच्चों को सराहने की आदत डालें। उनके अच्छे कामों की पूरे मन से प्रशंसा करें।
जायज इच्छा को ही करें पूरा
हर माता-पिता अपने बच्चे की इच्छाओं को पूरा करने की कोशिश करते हैं। बच्चे की हर जरूरत को पूरा करते हैं, लेकिन बच्चे को हर चीज असानी से मिल जाने पर उसकी अहमियत मालूम नहीं पड़ती। इसलिए पैरेंट्स बच्चे की हर जायज-नाजायज इच्छा को पूरा न करें, बल्कि उसे मेहनत करना सिखाएं। ऐसा करने से वह मेहनत कर खुद के दम पर चीजों को हासिल करने की कोशिश करेगा।
बच्चे आपसे सीखते हैं
बच्चों को एक महत्वपूर्ण बात जरूर सिखाएं कि वह सबकी मदद करें। आप जैसा करते हैं, आपका बच्चा भी वही सब आपसे सीखता है। इसलिए अगर आप स्वार्थी बनते हैं, दूसरों की मदद करने से पीछें हटते हैं, तो आपके बच्चे भी वही सब सीखते हैं। इसके अलावा कई माता-पिता अपने बच्चों की गलत आदतों पर पर्दा डाल देते हैं, जिससे बच्चे और शरारती हो जाते हैं। इसलिए बच्चों की गलती को अनदेखा न करें और उन्हें दूसरों की मदद करना सिखाएं।