शादी का फैसला लेने से पहले अपने पार्टनर से क्लियर कर लें ये बातें, मजबूत रिश्ते की गारंटी...

शादी एक ऐसा बंधन है जिसके बाद लड़का-लड़की के जीवन में कई सारे बदलाव आते हैं। कुछ बदलाव आसानी से मैनेज हो जाते हैं, तो वहीं कुछ बातों को लेकर हमेशा ही बहस होती रहती है। बेशक बचपन की आदतों को एकदम से बदल पाना थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन कोशिश तो की ही जा सकती है। लेकिन कुछ समस्याएं ऐसी हैं जिसके बारे में बातचीत शुरू करते ही नोकझोंक शुरू हो जाती है। इन छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई-झगड़े का असर धीरे-धीरे आपके रिश्ते पर पड़ने लगता है। शादी का फैसला सबसे कठिन होता है। क्योंकि इसे निभाने के लिए सिर्फ प्यार काफी नहीं, साथ मिलकर रोज प्रयास करना, एक-दूसरे का सम्मान करना भी जरूरी होता है। इसलिए अक्सर लव मैरिज के बावजूद शादियां टूट जाती हैं। ऐसा आपके साथ ना हो इसलिए जरूरी है कि शादी के लिए हां करने से पहले ही आप पार्टनर के साथ मिलकर कुछ बातों क्लियर कर लें।

रीतिरिवाज पर डिस्कस करना ज़रूरी

हर परिवार के अपने रीति-रिवाज होते हैं। शादी से पहले दोनों को की एक-दूसरे के घर की परम्पराएं और रीति-रिवाजों के बारे में डिस्कस कर लेना चाहिए, क्योंकि दोनों को ही एक-दूसरे के परिवारों की मान्यताओं का समझना ज़रूरी है।

क्या है करियर प्लान

क्योंकि शादी के बाद आप दोनों का भविष्य एक दूसरे को सीधे प्रभावित करेगा। इसलिए शादी से पहले एक दूसरे के भविष्य में क्या करियर प्लान हैं यह जरूर पूछ लेने चाहिए। वहीं यदि आप दोनों के करियर प्लान कहीं एक दूसरे से टकराते हैं तो आपको अपने प्लान बदलने की जरूरत है या अपने साथी को बदलने को बदलने की जरूरत है। यह चॉइस इस बात पर निर्भर करती है कि आपके लिए दोनों में से क्या जरूरी है।

मन मुताबिक हो रही शादी?

लड़का हो या लड़की दोनों को ही शादी से पहले अपने होने वाले जीवन साथी से ये सवाल जरूर पूछ लेना चाहिए कि क्या शादी उसकी मर्जी और पसंद से हो रही है? किसी दबाव में आकर तो शादी के लिए हामी नहीं दी। अक्सर अरेंज शादियों में होता है कि लड़के या लड़की को परिवार के दबाव में शादी करनी पड़ती है। उन्हें आप पसंद नहीं होते या हो सकता है कि उन्हें पहले से ही कोई और पसंद हो। ऐसे में इस तरह के सवाल आप दोनों का भविष्य सुरक्षित रह सकता है।

बात करने का तरीका

किसी रिश्ते में बातचीत करना सबसे ज्यादा मायने रखता है। एक-दूसरे की कम्युनिकेशन स्टाइल के बारे में खुलकर बात करना और यह पता लगाना जरूरी है कि आप हर चीज को कितनी अच्छी तरह संभालते हैं। आप अलग-अलग कंडीशन पर कैसे प्रतिक्रिया करते हैं और कैसे बदल सकते हैं, इस पर चर्चा करना जरूरी है। इसके अलावा, समझ, सहानुभूति और म्यूचल रेस्पेक्ट को बढ़ावा देने के लिए चर्चा करना जरूरी है।

फाइनेंशियल आदतें

किसी के पास घर, जायदाद और जमीन होने और फाइंनेशियल आदतों में बेहद फर्क होता है। अगर आप किसी से शादी कर रहे हैं तो सिर्फ यह देखकर शादी ना करें कि पार्टनर के माता-पिता ने उनके लिए कितनी धन-संपत्ति छोड़ी है बल्कि यह देखकर करें कि वह व्यक्ति खुद कुछ कमाने के लायक है या नहीं और अपने खर्चे किस तरह करता है व सेविंग्स के क्या तरीके अपनाता है। क्योंकि एक गलत व्यक्ति सालों की संपत्ति को सप्ताह के भीतर ही उड़ा भी सकता है।

काम और परिवार पर चर्चा करें

शादी के बाद वर्किंग कपल्स के बीच में घर के काम और ऑफिस टाइमिंग को लेकर मनमुटाव होते रहते हैं। ऐसे में शादी से पहले पार्टनर से इस बारे में भी खुलकर बात करें और घर के कामों में उनसे हाथ बंटाने की गुजारिश करें। जिससे शादी के बाद आप मिलजुल कर सारे टास्क कंप्लीट कर सकेंगे और आपको अकेले सारे कामों का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।

अतीत को समझें

आगे बढ़ने के लिए एक-दूसरे के अतीत को जानना बेहद जरूरी है। पिछले रिश्तों, फेमिली डायनामिक्स और व्यक्तिगत अनुभवों सहित एक-दूसरे के अतीत को समझना ज़रूरी है। यह रिश्ते को पनपने के लिए ज्यादा ओपन और हेल्पफुल माहौल बनाने में मदद कर सकता है।