पार्टनर से हो जाए झगड़ा तो भी ना लाएं इन बातों को अपने बीच, बर्बाद हो सकता है रिश्ता

रिलेशनशिप नोकझोंक वाला रिश्ता हैं जिसमें रूठना-मनाना तो चलता ही रहता हैं। कहते हैं ना कि जिस रिश्ते में प्यार होता है तो झगड़ा होना लाजमी है ही जो कि रिश्ते को और मजबूत बनाता हैं। लेकिन इसके लिए जरूरी हैं कि पार्टनर से हुई लड़ाई के दौरान अपने कहे गए वाक्यों पर ध्यान दिया जाए। जी हां, कई बार गुस्से में इंसान कुछ भी खा जाता हैं जिसका असर बाद में पता चलता हैं। ऐसे में ध्यान रखा जाना चाहिए कि झगड़े के दौरान पार्टनर का दिल दुखाने वाली कोई बात नहीं की जानी चाहिए क्योंकि ये आपके रिश्ते को बर्बाद कर सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं बातों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इनके बारे में...

मैं तुम्हें छोड़ कर चली जाऊंगी

आप जानती हैं कि आप अपने पार्टनर से बहुत प्यार करती हैं और आप उन्हें छोड़कर कभी नहीं जाना चाहेंगी तो झगड़ा होने पर यह बात क्यों कहना कि आप रिश्ता तोड़ देंगी या उन्हें छोड़कर चली जाएंगी। झगड़ा या अनबन होने पर आप दोनों ही अपने-अपने स्तर पर गुस्से और निराशा से भरे होते हो, ऐसे में ऐसी बातें आपके रिश्ते को नाजुक कर सकती हैं। इसलिए यह इमोशल ब्लैकमेल ना करें।

अपशब्दों से बचना है जरूरी

पार्टनर के साथ काफी करीबी रिश्ता होने पर हम साथ में काफी सहज महसूस करते हैं। आपस में हर तरह की बातें शेयर करते हैं और किसी भी भाषा में बात करने में संकोच नहीं करते हैं। आज-कल गालियां देना भी काफी आम हो चुका है। कई कपल्स भी एक-दूसरे को हंसी-मजाक में गाली दे देते हैं। लेकिन लड़ाई के समय ऐसा करना आपके रिश्ते के लिए बहुत गलत साबित हो सकता है। इससे पार्टनर का ईगो तो हर्ट होगा ही, उसकी नजरों में आपकी इज्जत भी कम हो जाएगी।

तुम मुझसे प्यार करते भी हो?

अपने लिए अपने पार्टनर के प्यार पर शक करना और सवाल उठाना सबसे बेकार चीज है जो आप किसी लड़ाई के समय कर सकती हैं। फिर भी हम सभी ऐसा करते हैं। केवल एक बहस या लड़ाई आपके रिश्ते में प्यार कम नहीं कर देती है। अनबन होना बिल्कुल सामान्य है, और यह साबित करता है कि आप दोनों की अपनी-अपनी राय और विचार हैं। विचार और राय होना हमेशा अच्छी बात है- लेकिन प्यार होने पर सवाल करना आपके रिश्ते के लिए उचित नहीं।

पार्टनर की इज्जत करना न भूलें

रिश्ता आप दोनों का है तो इससे जुड़े सभी खुशी और गम के पल भी आप दोनों के ही हैं। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी झगड़ा इतना बड़ा नहीं होता है कि वह आपका रिश्ता खोखला कर दे। कुछ समय की नाराजगी के बाद आप फिर साथ हो जाएंगे। इसलिए लड़ाई के इस दौर में पार्टनर की किसी से बुराई न करें। अगर आप दूसरों के सामने पार्टनर की बेइज्जती करेंगे तो वे लोग आपके बीच सब ठीक होने के बाद भी पार्टनर की इज्जत नहीं कर सकेंगे।

पुराने झगड़े बीच में लाना

क्या आप चाहती हैं कि आपका रिश्ता खराब हो जाए? नहीं, ना? तो इसलिए पुरानी बातों को ना उखाडें क्योंकि किसी को भी बीत चुके झगडों के लिए बार-बार दोषी ठहराया जाना पसंद नहीं होगा। यकीनन आपके पार्टनर को भी नहीं। पिछली बातों के लिए उन पर चिल्लाने से बेहतर है कि आप इस बार की अनबन को सुलझाने में समय लगाएं।

एक-दूसरे को दोषी ठहराना

झगड़ा होने पर सबसे पहला काम हम यही करते हैं कि एक-दूसरे की गलतियां गिनाने लगते हैं। ‘यह तुमने किया’, ‘ये तुम्हारी वजह से हुआ’, वगैरह वगैरह। हालांकि यह बिल्कुल सही नहीं कि आप रिश्ते में लड़ाई होने के बाद एक-दूसरे को हर एक चीज के लिए दोषी बताते रहें। बल्कि अपनी गलतियों को स्वीकार करना किसी झगड़े को सुलझाने का सबसे बेहतर आइडिया है

न करें दोस्तों और परिजनों की बुराई

लड़की हो या लड़का, कोई भी लड़ाई के दौरान अपने परिजनों या दोस्तों की बुराई सुनना कभी पसंद नहीं करता है। इसलिए एक-दूसरे के वीक पॉइंट्स या इस तरह की बातें न करें, जो सामने वाले को तोड़ कर रख दें। अगर आपको पार्टनर से जुड़े किसी रिश्ते से कोई दिक्कत है तो शांत दिमाग से उसके बारे में बात करें। लड़ाई करके दोनों का मूड ऑफ न करें।

पर्सनल अटैक

अनबन के दौरान एक समय ऐसा भी आता है कि बहस में जीतना हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बन जाता है। ऐसे में आप मुख्य मुद्दे से हट जाते हैं और एक दूसरे की पर्सनल चीजों को बीच में खींचने लगते हैं। वास्तव में, बहस और झगड़े में जीतने के लिए आप किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। ऐसा करना आपके पार्टनर की भावनाओं को आहत कर सकता है और रिश्ते पर नकारात्मक असर डाल सकता है, जिसे कम करना शायद मुश्किल हो।