जीवन में सफलता का संबंध मानसिकता से जुड़ा होता हैं। आप मानसिक रूप से जितने मजबूत होंगे उतनी ही अच्छी तरह आने वाली परेशानियों का सामना कर सकेंगे। इसलिए सभी पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चे भी मानसिक रूप से मजबूत बने। लेकिन जिस तरह हर बच्चे का स्वभाव समान नहीं होता हैं, उसी तरह उनकी मानसिक क्षमता का स्तर भी समान नहीं होता हैं। लेकिन बच्चों की इस क्षमता के लक्षण शुरूआती दिनों में ही दिख जाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे संकेतों के बारे में जो बच्चों की मानसिक मजबूती को दर्शाते है। अगर आपके बच्चों में भी ये लक्षण दिखे तो आपको खुश होने की जरूरत हैं। आइये जानते हैं इन संकेतों के बारे में...
धैर्य की परीक्षा आप सबसे पहले इस बात का पता लगाएं कि क्या आपके बच्चे के अंदर धैर्य है या नहीं। अगर हां तो इसका मतलब आपका बच्चा मानसिक रूप से मजबूत है। जब कभी कोई नकारात्मक परिस्थिति बच्चों के सामने आ जाती है तो बच्चे जल्दी निराश हो जाते हैं। लेकिन यदि आपके बच्चे में धैर्य है और वह दोबारा प्रयास कर रहा है तो इसका मतलब वह मानसिक रूप से तंदुरुस्त है।
हार नहीं मानता बच्चा अगर आपका बच्चा बुरे समय में हार नहीं मानता, तो समझ जाएं उसकी विल पॉवर भी मजबूत है। जिन बच्चों की विल पॉवर यानी इच्छा शक्ति मजबूत होती है, वही मानसिक रूप से मजबूत कहलाते हैं। ये संकेत आपको तब नजर आएंगे, जब बच्चे का समय अच्छा न हो या वो तबीयत से कमजोर महसूस कर रहा हो।
पढ़ाई में दिलचस्पीपढ़ाई में रुचि लेने वाले बच्चों का दिमाग भी तेज होता है। ऐसे बच्चे नई-नई चीजों के बारे में अक्सर पढ़ते रहते हैं। जिससे उनके अंदर चीजों को जानने की जिज्ञासा पैदा होती है और उनका माइंड शार्प होने लगता है।
सोच-विचार की आदतकिसी फैसले पर पहुंचने से पहले सोच विचार करने की आदत भी इस बात की तरफ इशारा करती है कि आपका बच्चा मानसिक रूप से तंदुरुस्त है। जल्दबाजी में लिया गया कदम असफलता का सामना करा सकता है। अगर बच्चा इस बात को समझ रहा है तो उसका मतलब अगर भविष्य में भी अपने निर्णय को सोच समझकर ही आगे रखेगा।
शिकायतें नहीं करता बच्चाजो बच्चे मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, वे बात-बात पर शिकायत नहीं करते। उन्हें हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करना आता है। ऐसे बच्चे अपने लिए कोई न कोई रास्ता निकाल लेते हैं। मानसिक तौर पर मजबूत बच्चे, जिद्दी भी नहीं होते। वे उन चीजों के लिए कभी आपसे जिद्द नहीं करेंगे, जो जरूरी न हो।
तुरंत जवाब देनातेज दिमाग के बच्चों को किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए ज्यादा सोचना नहीं पड़ता है। ऐसे बच्चों का स्वाभाव हाजिरजवाब वाला होता है। जिनके पास हर बात का जवाब तुरंत मौजूद रहता है।
अपने फैसले खुद लेता है बच्चाअगर आपका बच्चा भी अपने फैसले खुद लेता है और उस पर अमल करना भी जानता है, तो समझ जाएं कि आपका बच्चा मानसिक रूप से मजबूत है। मानसिक रूप से मजबूत होने पर ही इतनी सूझबूझ आती है कि व्यक्ति अपने फैसले खुद ले पाते हैं। वहीं कुछ बच्चे, समय से पहले ही भावनाओं को समझने लगते हैं और अपने मन की बात पर गौर करते हैं।