वर्तमान समय की युवा पीढ़ी को इस चमकती-धमकती दुनिया में भटकते हुए देर नहीं लगती हैं। आजकल बच्चों में नशे की लत तेजी से बढ़ती जा रही है। सिगरेट पीना और ड्रिंक करना तो अब जैसे आम बात हो गयी है। ऐसे समय में आपके संस्कार ही हैं जो उन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोक सकते हैं। लेकिन कई बार दोस्तों की गलत संगति और दूसरों को दिखावे के चक्कर में भी युवा नशे की लत अपनाने लगते हैं और अपने पेरेंट्स से छिपाते रहते हैं। ऐसे में आपको अपने बच्चे की इस गलत लत को पहचानकर उसे दूर करने की जरूरत होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको ये पता चल सकता है कि आपका बच्चा नशे की गलत संगत में पड़ गया हैं...
बाहर से आने पर मुंह में टॉफी या चिविंगम हो तोटॉफी या चिविंगम खाना वैसे तो आम बात है और बच्चे अक्सर इन्हें खाते हैं, लेकिन अगर आपका बच्चा जब भी घर आता है और हर बार आप उसके मुंह में टॉफी या चिविंगम देखती है या फिर हर बार उसके मुंह से टॉफी की खूशबू आती है तो जरुरी है कि आप अपने बच्चे पर नजर रखनी शुरु करें। क्या पता आपका बच्चा स्मोकिंग करने लगा हो और उसी की स्मेल को छिपाने के लिए वह टॉफी खाता हो।
जेब से मिले माचिस, लाइटर या रोलिंग पेपरअगर कभी साफ सफाई के दौरान आपको आपके बच्चे की पॉकिट से लाइटर या माचिस मिलती है तो ये आपके लिए एक संकेत है कि आपको अपने बच्चे पर नजर रखनी होगी। आजकल बच्चे स्मोकिंग के अलावा दोस्तों के साथ ड्रग्स लेना शुरू कर देते हैं। ऐसे में अगर आपको पता करना है कि आपका बच्चा ड्रग्स लेने लगा है तो उसका सबसे अच्छा तरीका है उसके बैग में रोल पेपर खोजना। अगर आपको अपने बच्चे पर थोड़ा सा भी शक होता है या आपके बच्चे के पास आपको रोलिंग पेपर मिलते हैं तो सचेत हो जाइए। आपका पेपर ड्रग्स लेने लगा है।
अकेले रहने की आदतअगर उसके कमरे में आपके जाने से उसे नाराजगी होती है, तो ये एक संकेत हो सकता है। बेशक अधिकतर बच्चे अकेला रहना पसंद करते हैं। लेकिन अगर वो आपकी उपस्थिति से ज्यादा नाराज दिख रहा है, तो इसका मतलब कुछ गड़बड़ है।
आंखें लाल और थकी होनाअगर आपके बच्चे की आंख आजकल हमेशा लाल और सूजी हुई रहती हैं तो उस पर नजर रखना शुरू कर दीजिए। कई बार ना सोने और अधिक पढ़ने से आंखें लाल होती है लेकिन वो सो जाने से ठीक हो जाती हैं। अगर आपके बच्चे की आंखें सोने पर भी ठीक नहीं हो रही है तो जरूर आपका बच्चा नशा करने लगा है। साथ ही बच्चा हमेशा थका थका सा रहता है तो समझ जाइए कि उसे नशे की आदत लग गई है।
खानपान में बदलाव अगर आपको लग रहा है कि आपका बच्चा तेजी से कमजोर हो रहा है तो फौरन उसका वजन करवाएं और अगर उसका वजन लगातार कम हो रहा है तो हो सकता है कि इसकी वजह नशा हो। नशे में धुत्त व्यक्ति ज्यादा खाने लगता है। अगर आपका बच्चा पांच रोटी खाता है और अचानक नौ रोटी खाने लगे तो, सचेत हो जाएं।
ज्यादा पैसे खर्च करनाअगर आपका बच्चा अपनी पॉकेटमनी से ज्यादा पैसा खर्च करने लगा है तो इसका मतलब है कि वो नशा करने लगा है। नशा करने के दौरान बच्चे के पैसे ज्यादा खर्च करने लगता है। नशे से संबंधित सारी चीजें काफी महंगी होती हैं और इसकी एक बार आदत पड़ जाने पर व्यक्ति पानी की तरह इस पर पैसा बहाने लगता है।