कोई भी रिश्ता जब बनता हैं तो आपको बराबरी का हक़ देता हैं जिसमें एक-दूसरे पर आपका पूरा हक़ होता हैं। लेकिन जब यह बराबरी का स्तर खोने लगता हैं तो रिश्ते में खटास आने लगती हैं। इस खटास को दूर करने के लिए हर कोई अपने रिश्ते में कुछ समझौते करता हैं। लेकिन ये समझौते कभी भी एकतरफा बिल्कुल नहीं होने चाहिए। जी हां, रिलेशनशिप को बचाने के लिए किए जाने वाले समझौतों में आपको यह ध्यान रखने की जरूरत हैं कि कहीं इससे आप खुद का वजूद तो नहीं खो रहे हैं। इमोशनल होकर लिए गए फैसले बाद में अफसोस करने पर मजबूर कर देते है। आज इस कड़ी में हम आपको उन बातों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनपर कभी भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए। आइये जानते हैं इनके बारे में...
अपने दोस्तों और परिवार का साथ जो आपके दोस्त हैं या परिवार वाले हैं, वे आपके सबसे प्यारे हैं और हमेशा से आपके लिए हैं। जब आप एक रिलेशनशिप में हैं और आपका पार्टनर चाहता है कि आप उनके लिए अपने दोस्तों और परिवारवालों से बात करना छोड़ दें। तो ऐसा समझौता करना आपके लिए बहुत खराब हो सकता है। आपका पार्टनर ऐसा होना चाहिए जो आपको समझे। ऐसा पार्टनर जो आपको अपने दोस्तों और परिवारवालों से दूर ना करे, वह एक सच्चा और अच्छा पार्टनर होता है। आप ऐसा समझौता बिल्कुल न करें जिसका पछतावा आपको आगे चलकर हो। बिना दोस्तों और परिवार वालों के जिंदगी अधूरी है। ये बात आपको समझनी चाहिए और इस तरह का समझौता करने से बचें।
अपने सपनों के साथ कभी न करें समझौताअगर आपने अपनी लाइफ को लेकर कुछ ड्रीम्स देखें हैं और आपका आपका पार्टनर आपको आपके सपने के लिए समझौता करने की बात कहे तो इमोशन्स में बहकर कभी अपने सपनों की कुर्बानी न दें। ऐसा जरूरी नहीं है कि आपका सपना सच ही होगा, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप उसके लिए कोशिश करना भी नहीं समझेंगी।
अपने आत्म-सम्मान से समझौता शादी जैसे नाजुक रिश्ते में आप अपने आत्म-सम्मान को खोने न दें। शादी के बाद अगर करियर या बच्चों से जुड़ा कोई बड़ा फैसला है तो उसके बारे में अपने पार्टनर से बात करें। अगर बात आपके आत्म-सम्मान की है तो पार्टनर को 'नो' कहने में हिचकिचाएं नहीं। आप बिना किसी शर्मिंदगी के अपनी मर्जी अनुसार किसी भी फैसले पर नो कह सकते हैं।
मूल्य और परम्पराओं से समझौता अपने मूल्यों और परम्पराओं से कभी समझौता न करें। आपको अपने धर्म और मान्यताओं के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। आपके साथी को आपकी इच्छाओं और फैसलों का सम्मान करना चाहिए और हमेशा आपका साथ देना चाहिए। किसी भी चीज को करने और माने के लिए आपका पार्टनर आपको मजबूर नहीं कर सकता है। अपनी परंपराओं और संस्कृति को रिश्ते के लिए मत छोड़ें जो आपके परिवार के लिए बहुत जरुरी हैं।
आपके लक्ष्य और महत्वाकांक्षाएंएक स्वस्थ रिश्ते में लक्ष्यों और महत्वाकांक्षाओं के बारे में एक दूसरे को प्रोत्साहित करना और उत्थान करना शामिल है। आपके साथी को आपके सपनों का पीछा करने के लिए आपका सम्मान और प्रोत्साहन देना चाहिए। अगर वे आपको अपनी नौकरी की भूमिका या करियर की संभावनाओं से हटने के लिए कह रहे हैं, तो ऐसे व्यक्ति के साथ रहना ठीक नहीं है। जो व्यक्ति आपको आगे बढ़ने से रोकता है वह व्यक्ति ठीक नहीं है। अगर आपने लंबे समय से कोई लक्ष्य साधा हुआ है और आपका पार्टनर आपको उस लक्ष्य से हटने के लिए कहे तो ये बहुत गलत है। इस तरह का समझौता आपको कभी नहीं करना चाहिए।
अपने लुक को बदलनाआपको जैसे अच्छा लगता है आप वैसे रहें। जब तक आपकी अपनी इच्छा न हो तब तक आपको अपने लुक को दूसरों के लिए नहीं बदनला चाहिए। आप कोई छोटी बच्ची तो हैं नहीं। अगर आप अपनी पर्सनालिटी से खुश है तो किसी के लिए भी खुद को न बदले।
अपनी मर्जी को भी दें अहमियतऐसा जरूरी नहीं है कि शादी जैसे रिश्ते में आपको पार्टनर की हर एक बात से सहमत होने की जरूरत है। अगर किसी फैसले या मुद्दे पर आपकी राय, अपने पार्टनर से अलग है तो आप उसे तुरंत बताएं और असहमति होने पर नो भी कहें। इससे आपके पार्टनर को भी आपकी च्वॉइस के बारे में पता चलेगा और आपकी अहमियत की कद्र वो भी कर सकेंगे।