नोंकझोंक होना किसी भी रिलेशनशिप के लिए आम बात हैं। दोनों पार्टनर के बीच किसी मुद्दे को लेकर बहस होना आम बात हैं, लेकिन दिक्कत तब हो जाती हैं जब यह बहस बढ़ते हुए विवाद में बदल जाती हैं जो कि रिश्ते को नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं। किसी भी रिश्ते को चलाने के लिए आपसी समझ का होना बेहद जरुरी है। इसलिए इस दौरान ऐसी बातों को नजरअंदाज करना चाहिए जिन्हें कहने से पार्टनर को गुस्सा आए। आपकी कही गई इन बातों से रिश्ते में धीरे-धीरे दूरियां आने लगती हैं और रिश्ते खत्म होने तक की कगार पर पहुंच जाते है। आज इस कड़ी में हम आपको उन बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कभी भी लड़ाई के दौरान अपने पार्टनर से नहीं कहना चाहिए।
अपने रिश्ते को न कोसें
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो लड़ाई के समय अपना आपा खो बैठते हैं और अपने रिश्ते को कोसने लग जाते हैं। जैसे- तुमसे शादी करना मेरी सबसे बड़ी भूल थी, जब से तुम मेरी जिंदगी में आई मेरी तो किस्मत ही फूट गई। अगर आप इस तरह की बातें बोलेंगे तो लड़ाई खत्म होने के बजाय बढ़ जाएगी। इसलिए कभी भी गुस्से में अपने रिश्ते को भला बुरा न कहें और आपस में बैठकर मामले को निपटा लें।
पार्टनर के घरवालों को अपशब्द कहने से बचेंहर किसी को अपने मां-बाप से बेहद प्यार होता है। क्योंकि सभी को पता होता है कि उनके मां-बाप ने कितने नाजों से उनका पालन-पोषण किया है। मां-बाप को लेकर हर कोई इमोशनल होता है लेकिन कई बार कुछ लोग गुस्से में अपने पार्टनर के मां-बाप के बारे में अपशब्द बोलते हैं। जिसकी वजह से लड़ाई और मनमुटाव बढ़ने लगता है और फिर एक दिन रिश्ता टूटने के कगार पर पहुंच जाता है। इसलिए हमेशा अपने पार्टनर के मां-बाप का सम्मान करें और उनके बारे में कोई ऐसी बात न बोलें जिससे पार्टनर का दिल दुखे।
कभी भी रिश्ता खत्म करने की बात न कहेंकई बार ऐसा होता है कि आपस में किए वादे और बातें समय पर नहीं पूरी हो पाते। इसका मतलब ये नहीं है कि आपका पार्टनर आपसे प्यार नहीं करता और आप उस एक वादे के पूरा न होने की वजह से अपना रिश्ता ही खत्म करने की बात करने लगें। जब भी लड़ाई-झगड़े की स्थिति बने तो बेवजह की बातें न करें। बल्कि अपने पार्टनर से ज्यादा से ज्यादा बात करने की कोशिश करें और उनकी बातों को समझना भी सीखें।
एक-दूसरे को दोषी ना ठहराए झगड़ा होने पर सबसे पहला काम हम यही करते हैं कि एक-दूसरे की गलतियां गिनाने लगते हैं। ‘यह तुमने किया’, ‘ये तुम्हारी वजह से हुआ’, वगैरह वगैरह। हालांकि यह बिल्कुल सही नहीं कि आप रिश्ते में लड़ाई होने के बाद एक-दूसरे को हर एक चीज के लिए दोषी बताते रहें। बल्कि अपनी गलतियों को स्वीकार करना किसी झगड़े को सुलझाने का सबसे बेहतर आइडिया है।
अपने किसी क्रश के बारे में बात न करेंआपके ऑफिस या किसी पार्टी में आपको कोई पसंद आया हैं तो उसकी तुलना अपने पार्टनर से करने से बचें। कई बार स्ट्रेस के कारण या फिर रिश्ते में उतार चढ़ाव के चलते ऐसी स्थिति सामने आ जाती है। कभी भी ऐसी स्थिति में खुद को कमजोर न होने दें। ऐसे किसी भी क्रश या लाइक को बस सपनों तक ही रखें। हकीकत में आपके पार्टनर से बेहतर कुछ नहीं है।
पर्सनल अटैकअनबन के दौरान एक समय ऐसा भी आता है कि बहस में जीतना हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बन जाता है। ऐसे में आप मुख्य मुद्दे से हट जाते हैं और एक दूसरे की पर्सनल चीजों को बीच में खींचने लगते हैं। वास्तव में, बहस और झगड़े में जीतने के लिए आप किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। ऐसा करना आपके पार्टनर की भावनाओं को आहत कर सकता है और रिश्ते पर नकारात्मक असर डाल सकता है, जिसे कम करना शायद मुश्किल हो।