शादी के बाद हर औरत माँ बनना चाहती हैं और इसके लिए गर्भावस्था के अहम पलों से गुजरना पड़ता हैं। एक महिला के लिए ये पल बहुत मायने रखते हैं, जब उसे मानसिक और शारीरिक रूप से समर्थ होना पड़ता हैं। इन दौरान हर महिला की अपने पति से भी कुछ ख्वाहिशें या उम्मीदें होती हैं, जो वह चाहती है कि पूरी हो। आज हम आपको उन्हीं उम्मीदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें एक पति को समझना चाहिए और अपनी पत्नी की मनोस्थिति को समझना चाहिए। तो आइये जानते है इन उम्मीदों के बारे में।
* शिशु की हरकत पर ध्यानजब कोई शिशु पहली बार मां के गर्भ में कोई हरकत करता है तो महिलाएं पति की प्रतिक्रिया जानना चाहती है। वह अपनी तरह अपने चेहरे पर भी उतनी ही उत्सुक चाहती है।
* उनकी खूबसूरती का अहसास गर्भावस्था के दौरान शरीर में बहुत से बदलाव आते है। इस दौरान महिला को आत्मविश्वास भी कम हो जाता है और वह अपने दूसरों से कम खूबसूरत समझने लगती है। ऐसे में महिला चाहती है कि उसका पति उसकी खूबसूरती की प्रसन्नसा करें, जिससे उसे अच्छा फिल हो।
* शिशु से बातें भी करना है जरूरीइस दौरान महिला के शरीर में एक नन्हीं जान पल रही होती है और वह उससे बातें करना चाहती है। वहीं प्रैग्नेंट महिला अपने पति से भी यही उम्मीद रखती है कि वह शिशु से बात करें और उसे महसूस करने की कोशिश करें।
* प्यार की भाषा में बदलावइस दौरान आप अकेले नहीं बल्कि आपके साथ एक और नन्हीं जान होती है। ऐसे में महिलाओं की प्यार को लेकर जरूरतें भी बदल जाती है। वह अपने पति से प्यार का वहीं बदलाव चाहती है।
* अपनी पूरी देखभाल इस दौरान प्रैग्नेंट महिला के मूड में भी काफी बदलाव आता है। वह चाहती है कि उसे ज्यादा प्यार और देखभाल मिले। यह जरूरी भी है। इसलिए अपनी पत्नी की इन उम्मीदों को समझे और उन्हें पूरा करें।