आसान काम नहीं है ओवर इमोशनल बच्चों को संभालना, इन तरीकों से मिलेगी आपको मदद

हर बच्चे का व्यवहार अनूठा होता हैं जिसे उसी के अनुसार हैंडल करना पड़ता हैं। कई बच्चे ऐसे होते हैं जो ओवर इमोशनल होते हैं और हर छोटी सी बात पर बुरा मान जाते हैं। ऐसे बच्चों को संभालना आसान काम नहीं है क्योंकि आपकी छोटी सी गलती भी उनके जहन में बस जाती हैं और जीवनभर का जख्म देकर जाती हैं। जरूरत से ज्यादा गुस्सा होना या रोना भी ओवर इमोशनल बच्चों की श्रेणी में आता हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अपने ओवर इमोशनल बच्चों को हैंडल कर सकते हैं ताकि आप ऐसे बच्चों को आसानी से संभाल पाएंगे। तो आइये जानते हैं इन तरीकों के बारे में...

इमोशनल है बच्चा तो उसे समय दें

जो बच्चे ज्यादा इमोशनल होते हैं आपको उनके साथ समय बिताना चाहिए, इससे बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ेगा, ऐसे बच्चों को थोड़े प्रोत्साहन की जरूरत होती है। ऐसे बच्चों के साथ आपको धैर्य बनाए रखना है, उन्हें समय दें। उनके खेल या एक्टिविटी का हिस्सा बनें ताकि आप ज्यादा से ज्यादा समय बच्चे के साथ बिता पाएं।

बच्चे के निर्णय को स्वीकारें

जो बच्चे इमोशनल होते हैं वो अपने निर्णय को लेकर चिंतित महसूस करते हैं, आप उनसे उनका फैसला या राय जानें और न सिर्फ उसकी कद्र करें बल्कि बच्चे के लिए हुए फैसले या निर्णय को स्वीकार करें। आपको उस समय अच्छे या बुरे परिणाम को अहमियत न देते हुए बच्चे के निर्णय पर उसका साथ देना है, अगर फैसला गलत हो तो उसे प्यार से समझाएं पर तुरंत नकार देने से बच्चे का कॉन्फिडेंस डाउन होता है।

सख्ती से पेश न आएं
जो बच्चे ज्यादा इमोशनल होते हैं उनके साथ सख्ती से पेश न आएं। ऐसे बच्चों से आपको नर्मी बरतनी होगी। जो बच्चे ज्यादा इमोशनल होते हैं वो ज्यादा समझदार भी होते हैं, आप उन्हें कोई बात प्यार से समझाएंगे तो वो आसानी से समझ पाएंगे वहीं अगर आप सख्ती दिखाएंगे तो बात बिगड़ सकती है।

इमोशनल बच्चों को खुश रखें

अगर आपका बच्चा भी ज्यादा इमोशनल है तो बात-बात पर उसे परेशानी हो सकती है ऐसे में बच्चे को खुश रखें। आप बच्चे से नाराज होंगे तो उसका मनोबल गिरेगा, आप ये देखें कि बच्चा किस चीज से खुश होता है, ऐसे बच्चों को छोटे-छोटे कामों के लिए रिवार्ड दें और तारीफ करें, बच्चों को खुश करने का ये आसान तरीका है। आपको इस बात का खास ख्याल रखना है कि बच्चे आपसे जुड़ाव महसूस करते हैं इसलिए आप उन्हें अपने साथ फ्रैंक रखें, माता-पिता नहीं बल्कि दोस्त बनकर उनकी बातों को समझें।

बच्चों के इमोशन्स को अहमियत दें

अगर आपका बच्चा किसी बात पर परेशान है तो हो सकता है वो परेशानी आपके स्तर पर उतनी बड़ी न हो पर आपके बच्चे के लिए वो एक बड़ी परेशानी हो सकती है इसलिए लिए आपको बच्चे का दोस्त बनकर उसके स्तर पर मुमकिन तरीका बच्चे को बताना होगा साथ ही उसका मजाक बनाने की गलती न करें, जो बच्चे ज्यादा इमोशनल होते हैं उनके इमोशन्स की कद्र जरूर करें।