हर सास को समझनी चाहिए बहु के प्रति यह जिम्मेदारी, बनता है मजबूत रिश्ता

शादी के बाद लड़की के ससुराल वाले को अपनी बहू से बहुत सी उम्मीदें होती हैं, खासकर सास को अपनी बहू से कुछ ज्यादा ही उम्मीदें होती हैं। चाहे बात घर की जिम्मेदारियों की हो या फिर बाहर की, बहू से सास कुछ ज्यादा ही उम्मीदें जतानी शुरू कर देती हैं। लेकिन ऐसा करना रिश्ते में दरार पैदा कर सकता है।जबकि सास को सारी उम्मीदें बहू से ना करके खुद भी कुछ चीजों के संभालना चाहिए। सास-बहू के रिश्ते को लेकर लोगों ने काफी गलत धारणाएं बनाई हुई है। लोगों का मानना है सास-बहू के रिश्ते में काफी तकरार होती हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। सास-बहू का रिश्ता खट्टा-मीठा होता हैं। जिसमें कभी प्यार तो कभी तकरार होती है। अक्सर पहली बार जब लड़की दूसरे घर में जाती है तो उसके मन में पहला ख्याल सास का ही आता है। क्या सास अच्छी होगी और हमारा रिश्ता प्यारा होगा या नहीं। अगर आप भी यहीं सोच रही है तो आज हम आपको कुछ टिप्स बताएंगे, जिसे अपनाकर आप अपने सास- बहू के रिश्ते को और भी मजबूत और प्यारा बना सकती है। यह टिप्स केवल बहू ही नहीं बल्कि सास को भी फॉलो करने चाहिए क्योंकि अगर दोनों तरफ से सास-बहू के रिश्ते को निभाने की चाहत होगी, तभी यह टिप्स भी सफल रहेंगे।

हक न जताएं

सास अपने बेटे और बहू अपने पति पर बराबर का हक जताती हैं। इस बात से तकरार बढ़ना शुरू हो जाती है।ऐसे में बहू को यह सोचना चाहिए कि आपकी सास ने इतने वर्ष तक आपके पति को पाला है, उसकी हर छोटी-बड़ी जरूरत का पूरा ध्यान रखा है। जैसे आपकी मां आपसे प्यार करती है, वैसे ही सास अपने पुत्र (यानी आपके पति) से प्यार करती है। उनका प्यार कम करने का प्रयास न करें। वहीं सास को यह सोचना चाहिए कि आपकी बहू जिस एक व्यक्ति के लिए अपने माता-पिता और घर को छोड़कर आई है वह आपका बेटा है।वह उसी के प्यार और सहारे से खुद को नए माहौल में एडजस्ट करेगी। बहू और बेटे को रिश्ता बढ़ाने के लिए स्पेस देना भी बहुत जरूरी है।

बेटे का प्यार और समय बांटने के लिए हो तैयार


आमतौर पर सभी मांओं की बेटे की शादी के बाद एक ही शिकायत होती है, कि बेटा बहु का ही होकर रह गया है। मां से मिलने का उसके पास समय ही नहीं है। ऐसे में अगर आप एक अच्छी सास बनना चाहती हैं, तो आप इस समस्या को सास नहीं बल्कि बहु के नजरिये से देखें और फिर उनके व्यवहार पर टिप्पणी करें। इसके अलावा आप बेटे से दिन में किसी एक समय मिलने की टाइमिंग फिक्स करने के लिए कहें। जिसमें आप दोनों कुछ क्वॉलिटी टाइम बिता सकें। अगर आप बेटे और बहु को पर्सनल स्पेस और क्वॉलिटी टाइम साथ में बिताने देगीं, तो वो भी आपको समझेगें, इसके अलावा आप अकेले रहने की जगह अपनी हॉबीज को इंज्वॉय करें।

दबाव ना बनाएं

हर रिश्ता दो तरफा होता है। नई नवेली बहू को परिवार वालों के पसंद और ना पसंद समझने में थोड़ा वक्त लगता है, ऐसे में सास को बहू पर ज्यादा दबाव ना बनाएं, थोड़े समय बाद वह खुद आपकी फैमली में एडजस्ट हो जाएगी । उसे पहले आप उसके ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ ना डालें।

समझें अपनी रिश्ते में अहमियत


अधिकांश महिलाएं अपने बेटे की शादी करवा देती हैं, लेकिन कुछ समय बाद बहु के साथ तालमेल न होने की वजह से उसे कोसती भी हैं। ऐसे में अगर आप एक अच्छी सास बनना चाहती हैं, तो आप दोनों ही रिश्तों की भूमिका और अहमियत पर गौर करें। क्योंकि आप लड़के की मां हैं और बहु आपके बेटे की पत्नी है। इसलिए दोनों में से कोई भी एक दूसरे की जगह को नहीं ले सकता है। इस बात को आप गहराई पर जाकर समझें।

प्यार से समझाएं


काम करने का हर किसी का अपना अलग तरीका होता है, ऐसे में अगर आपकी बहू अपने तरीके से काम करती है और आपको पसंद नहीं आता है तो उसे डांटकर समझाने की जगह आप उसे प्यार से घर के काम करने के नियम के बारे में बताएं। इसे आपकी बहू समझेगी भी और आप दोनों का आपस में प्यार बढ़ेगा।