पुरुष और महिलाएं रिलेशनशिप में रहते हैं और एक दूसरों की कमियों को नजरअंदाज करते हुए रिश्ते को आगे बढ़ाते हैं। हांलाकि दोनों इन्हें नजरअंदाज तो कर देते हैं लेकिन इसका असर उनकी रिलेशनशिप पर जरूर पड़ता हैं। खासतौर से महिलाओं की कुछ आदतें ऐसी होती हैं जो पुरुषों को पसंद नहीं होती हैं लेकिन झेलनी पड़ती हैं। जब ये आदतें बढ़ जाती हैं तो कई बार झगड़ों का कारण भी बनती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको महिलाओं की उन्हीं आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो पुरुषों को बिल्कुल पसंद नहीं आती हैं।
बेवजह की हंसीवैसे तो कोई भी हंसी बिना वजह की नहीं होती, लेकिन महिलाएं अक्सर बेवजह हंसती हैं। ज़ोर-ज़ोर से हंसना, खिलखिलाना किसी भी पुरुष को पसंद नहीं आता। हैरानी तो इस बात की है कि साथ रहते हुए भी वो अपनी पत्नी के हंसी की वजह नहीं जान पाते।
लेडीज़ रूम की गपशपकोई पार्टी, इवेंट या फैमिली फंक्शन… हर जगह का नज़ारा लगभग एक-सा ही दिखता है, जैसे- कोई एक महिला यदि लेडीज़ रूम में जाने के लिए टेबल से उठती है तो कई और भी तैयार हो जाती हैं। शायद आप भी ऐसा करती होंगी। मर्दों को समझ में नहीं आता कि आख़िर ग्रुप में जाकर ये सारी की सारी महिलाएं करती क्या हैं? बात चाहे फ्रेश होने की हो या किसी इमर्जेंसी की, जब वो ग्रुप में जाती हैं तो आधा घंटा तो पक्का लगा देती हैं। उनकी इस आदत की वजह जानने में पुरुष नाकाम रहे हैं, उनके लिए ये एक मिस्ट्री ही बनी हुई है।
बड़ा हैंडबैग टांगकर चलनाछोटे हैंडबैग से कभी किसी महिला की ज़रूरत पूरी नहीं हो सकती। जब तक वो बड़ा हैंडबैग कैरी ना करें, तब तक उन्हें अधूरा-सा लगता है। महिलाओं के हैंडबैग के भीतर कभी झांक कर देखा जाए तो लगता है कि इसके अंदर उनका पूरा संसार समाया हुआ है, लेकिन पुरुषों के मन में हमेशा ये सवाल रहता है कि क्या वाक़ई उन्हें इतने बड़े हैंडबैग की ज़रूरत होती है।
शॉपिंग की आदतऔरतों की इस आदत के आगे दुनिया के हर मर्द ने घुटने टेक दिए हैं। कुछ महिलाएं तो शॉपिंग की ऐसी दीवानी होती हैं कि कोई भी मौक़ा गंवाना नहीं चाहतीं। झोला उठाए वो रोज़ मार्केट पहुंच जाती हैं। बजट बिगड़ने का डर भी उन्हें अपनी आदत पर अमल करने से नहीं रोकता। मर्दों का फर्ज़ स़िर्फ पैसे देने तक ही सीमित हो जाता है। इससे ज़्यादा वो कुछ नहीं करना चाहते, क्योंकि वो जानते हैं कि महिलाओं की शॉपिंग की आदत को छुड़ाना नामुमक़िन है।
कपड़े बदलने की आदतमहिलाएं हमेशा नए लुक में दिखना चाहती हैं। घर में रहें चाहे बाहर, कपड़े बदल-बदल कर पहनना उन्हें अच्छा लगता है। उनका बस चले तो वह सुबह, दोपहर, शाम, रात और देर रात दिन में कम से कम पांच बार कपड़े बदलें, लेकिन बजट और कपड़े रखने के लिए जगह की कमी के चलते वो अपनी इस आदत पर रोज़ अमल नहीं कर सकतीं।
फोटो खिंचवाने की आदतमहिलाएं फोटो खिंचवाने के लिए हमेशा एक पैर पर खड़ी रहती हैं। बस, कोई कैमरा लेकर उनके सामने खड़ा हो जाए। अलग-अलग पोज़ देते हुए अगर उन्हें कोई देख ले, तो ऐसा लगता है मानो उनके अंदर छिपी मॉडल जाग गई हो। वहीं पुरुषों को फोटो खिंचवाने में ख़ास दिलचस्पी नहीं होती। अगर बेचारे तैयार हो भी जाएं, तो चेहरे पर नेचुरल स्माइल लाना उनके लिए मुश्किल हो जाता है, पर महिलाओं के साथ ऐसा नहीं होता।
गॉसिप की लतऐसा नहीं है कि स़िर्फ महिलाएं ही गॉसिप करती हैं, पुरुषों की भी गॉसिप में दिलचस्पी होती है, लेकिन महिलाओं की तरह उन्हें इसकी लत नहीं होती। 100 में 95 महिलाओं को गॉसिप करना अच्छा लगता है। दिन हो या रात, चौबीसों घंटे, सातों दिन वो गॉसिप में व्यस्त रहती हैं, कोई कुछ भी कहे उन्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता। गॉसिप के लिए उनके पास टॉपिक्स की भी कमी नहीं रहती। उनकी ये आदत कई पीढ़ियों से चली आ रही है। महिलाओं की गॉसिप की आदत मर्दों के लिए पहेली बनी हुई है।