प्रेग्नेंसी के बारे में किसे-कब बताएं? इस आर्टिकल में मिलेगा आपको इन सवालों का जवाब

जब आपको पता चलता है कि आप प्रेग्नेंट हैं तो अचानक आपको सबकुछ बदला-बदला सा लगता है। उस समय आप ख़ुश हैं, दुखी हैं, डरी हुई हैं, एक्साइटेड हैं…क्या हैं… सही-सही शायद ही बता पाएं। हालांकि कुछ समय बाद आप इस बात को स्वीकार कर लेती हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं। उसके बाद बारी आती है इस ख़बर को अपनों के साथ शेयर करने की।

कई महिलाएं इस ख़बर को शेयर करते समय काफ़ी उत्साहित रहती हैं तो कुछ केसेज में वे चिंतित होती हैं। हालांकि दोनों तरह की मनोभावनाएं नॉर्मल हैं। फिर भी अगर आप नहीं समझ पा रही हैं कि प्रेग्नेंसी के बारे में सबको बताने या प्रेग्नेंसी अनाउंस करने का सही टाइम और तरीक़ा क्या होना चाहिए, तो हम यहाँ आपकी मदद को तैयार हैं।

सबसे पहले किसे बताएं?

इसमें ज़्यादा संशय की गुंजाइश नहीं है कि पहला व्यक्ति जिसे आपकी प्रेग्नेंसी के बारे में मालूम होना चाहिए वह आपका जीवनसाथी ही हो। बस जीवनसाथी को इस बारे में बताने का तरीक़ा आपको खोजना होगा। पति को प्रेग्नेंसी के बारे में बताने के कई क्रिएटिव तरीक़े आजकल महिलाएं इजाद कर रही हैं, आख़िर यह आपके जीवन का सबसे स्पेशल मोमेंट जो होता है। आप फ़नी यानी मज़ेदार तरीक़े से प्रेग्नेंट होने की बात पति को बता सकती हैं।

पति से यह ख़बर शेयर करने के बाद बारी आती है परिवार और सबसे क़रीबी दोस्तों को बताने की। अपनी मां, सास, बहन और बेस्ट फ्रेंड अमूमन पति के बाद प्रेग्नेंसी के बारे में जानने वालों में से होते हैं। इन्हें बताना इसलिए भी ज़रूरी है, क्योंकि ये आपका ख़्याल रखना शुरू कर देंगे। आपको क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए यह भले ही डॉक्टर ने बता दिया हो, पर आपके जीवन के ये ख़ास लोग पल-पल आपको अपनी नसीहत के साथ हेल्दी प्रेग्नेंसी में मदद करेंगे।


बाक़ी लोगों को कब बताएं?

यह आपके और आपके परिवार की चॉइस का मामला है। यह एक बेहद निजी फ़ैसला होता है, जो आपको लेना है। कुछ परिवार या लोग प्रेग्नेंसी के बारे में काफ़ी पहले बता देते हैं। इसके अपने फ़ायदे होते हैं, जैसे-आपको प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर से ही सपोर्ट मिलना शुरू हो जाएगा। आपको प्रेग्नेंसी से संबंधित सलाहें भी मिलनी शुरू हो जाएंगी। ऑफ़िस में लोग आपका ख़्याल रखना शुरू कर देंगे। आपके ऊपर काम का प्रेशर या तनाव ज़रूरत से ज़्यादा नहीं डाला जाएगा।

पर ऐसा नहीं है कि प्रेग्नेंसी के बारे में जल्दी बताना हमेशा अच्छा ही होता है। आपको ज़रूरत से ज़्यादा सलाह मिलनी शुरू हो जाएगी। सभी सलाहों पर अमल करना आपके लिए संभव नहीं होगा। हो सकता है आपने किसी एक को बताया, उसने सभी को बता दिया। इस तरह आपकी बातें फैलेंगी, तो हो सकता है आपको उतना अच्छा न लगे। सबसे बुरी बात यह है कि अगर किसी कारणवश आपका मिसकैरेज हो जाता है तो आपके लिए उससे उबरना थोड़ा ज़्यादा मुश्क़िल हो जाएगा। चूंकि बहुत से लोग जानते थे कि आप प्रेग्नेंट थीं तो सिम्पैथी जताने वालों से निपटना भी भारी पड़ सकता है।


क्या प्रेग्नेंसी को लंबे समय तक छुपाकर रखना सही है?

कुछ लोग प्रेग्नेंसी की ख़बर जब तक छुप सकती है, तब तक लोगों से छुपाकर रखना चाहते हैं। जब तक बढ़े हुए पेट से ज़ाहिर नहीं होता, प्रेग्नेंसी की बात दूसरों को नहीं बताते। हो सकता है इसके पीछे कोई धार्मिक कारण हों या किसी तरह के अपशकुन का डर। पर यह आपका पर्सनल निर्णय है इसमें किसी को कुछ कहने का अधिकार नहीं है।

देर तक प्रेग्नेंसी की बातों को डिस्क्लोज़ न करने के भी अपने फ़ायदे हैं, जैसे-आपको ख़ुद को प्रेग्नेंसी वाली कंडिशन के लिए मेंटली तैयार होने में मदद मिलती है। लोगों की सलाहों की बमबारी नहीं होती, जिससे आपको अपने मन से सोच-विचारकर फ़ैसले लेने में आसानी होती है। अगर दुर्भाग्य से आगे चलकर मिसकैरेज हो जाता है तो आपको बहुत से लोगों को बताने या उनकी संवेदनाएं स्वीकारने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

प्रेग्नेंसी की ख़बर को छुपाने का सबसे बड़ा साइड इफ़ेक्ट यह है कि आपको इस दौरान लोगों का सपोर्ट नहीं मिल पाएगा। अगर आगे चलकर प्रेग्नेंसी में कुछ कॉम्प्लिकेशन्स आती हैं, जिससे मिसकैरेज हो जाता है और आप अवसाद में डूब जाती हैं तो लोगों को पता ही नहीं चलेगा कि आप दुखी क्यों हैं। आपको दुख से बाहर लाने में उनसे आपको मदद नहीं मिल पाएगी।