इन बातों का ध्यान रख बनाए अपनी दोस्ती को मजबूत, रिश्ते होंगे बेहतर

जिंदगी में दोस्तों का महत्व कितना होता हैं यह सभी जानते हैं। दोस्त ही होते हैं जो अच्छे-बुरे में आपके साथ हमेशा आपके लिए खड़े होते हैं। कहते हैं कि अच्छे दोस्त किस्मत से मिलते हैं और जिसके पास सच्चे दोस्त होते हैं, उनके जीवन की कठिनाइयां अपने आप कम हो जाती हैं। लाइफ में अगर दोस्त न हो तो सब कुछ अधूरा सा लगने लगता है। ऐसे में अपने दोस्तों की कद्र करते हुए इन बातों पर ध्यान देने की जरूरत होती हैं कि कैसे दोस्तों से रिश्ते को बेहतर बनाया जाए। कई बार कुछ कारण की वजह से दोस्ती के रिश्ते में दरार पड़ने लगती है। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए आप अपनी दोस्ती को और भी मजबूत बना सकते हैं। आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...

बात-बात पर दोस्त का मजाक न बनाएं

दोस्तों के बीच हंसी-मजाक होते रहते हैं, लेकिन बात-बात पर अपने दोस्तों का मजाक बनाने से बचें। दोस्तों का काम एक-दूसरे को सपोर्ट करना होता है न की एक-दूसरे को नीचा दिखाना। ऐसे करने से आपकी दोस्ती में दरार पड़ सकती है।

दोस्तों को कॉल करते रहे


आज कल के बिजी शेड्यूल होने के कारण कई बार हम अपने दोस्तों को कॉल नहीं कर पाते है। ऐसा करने से दोस्तों के बीच दूरी आने लगती है। इसलिए हमें समय निकाल के अपने दोस्तों को समय- समय पर कॉल करना चाहिए। दोस्तों के साथ मिलते रहना चाहिए।

दोस्तों से माफी मांगने से हिचकिचाएं नहीं

गलती किसी से भी हो सकती है और अपनी गलती को मान लेने में ही समझदारी होती है। अगर आपकी किसी गलती की वजह से आपका दोस्त आप से नाराज हो जाए तो अपने दोस्त से माफी मांगने में हिचकिचाएं नहीं। अपने दोस्त को अपने दिल की बात बताएं कि आप उनके बिना कैसा महसूस कर रहे हैं। ऐसा करने से आपकी दोस्ती का रिश्ता पहले से ज्यादा मजबूत होगा।

दोस्तों के पीठ पीछे ना करे बुराई


कभी भी अपने दोस्त की बुराई किसी दूसरे दोस्त से नहीं करना चाहिए। अगर आप ऐसा करते है तो आपके दोस्त को काफी ज्यादा बुरा लग सकता है और इससे आपकी दोस्ती भी खराब हो सकती हैं। अगर आपको अपने दोस्त की कोई चीज या कोई आदत पसंद नहीं है तो आप उसे सामने से कहें, या उसे समझाएं। लेकिन आपको उसकी बुराई नहीं करनी चाहिए।

एक-दूसरे की मदद करें

जब आपके दोस्त को किसी चीज की जरुरत होती है तो आपको उसकी मदद करनी चाहिए। कई लोग ऐसे होते हैं कि पहले दोस्ती का दिखावा करते है लेकिन जब जरूरत पड़ती है दोस्त ही दोस्त के काम नहीं आते है। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए। दोस्ती का मतलब ही होता है एक- दूसरे की मदद करना।

ईमानदार रहें

हमेशा अपने किये गए वायदों को पूरा करें क्योंकि झूठ बोलने वाले व्यक्ति से कोई दोस्ती नहीं करना चाहता। अपनी दोस्ती की नींव ईमानदारी के आधार पर रखें। अपने दोस्तों के विश्वास पात्र बनकर रहें। अगर एक बार विश्वास टूट जाए तो ताउम्र आप उसको वापिस नहीं पाते। इसलिए हर कीमत पर अपनी ईमानदारी में दाग़ न लगने दें।

अपनी एक्सपेक्टेशन्स को दूसरों पर न थोपें

किसी भी रिश्ते में यदि हम अपनी एक्सपेक्टेशन को सामने वाले व्यक्ति पर थोपना शुरू कर देते हैं, तो उसी समय से हमारा रिश्ता कमजोर पड़ने लगता है। इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है, कि जिस तरह वह हमारे दोस्त हैं, उसी तरह उनके पास कई अन्य रिश्तों की जिम्मेदारी भी होगी। इसलिए वह हर वक्त हमारे एक्सपेक्टेशन पर खरे नहीं उतर सकते। वहीं उनकी गलतियों को भी समझने का प्रयास करें।