आज के दौर में कपल्स काफी खुली सोच रखने वाले हो गए हैं, वो चाहते है कि शादी के बाद जो-जो प्रॉब्लम्स आने वाली हैं उन्हें पहले ही सॉल्व कर लें। इसके लिए वो मेडिकल और साइकोलॉजिकल हेल्प लेने से भी गुरेज नहीं करते हैं। रिसर्च में भी यह पाया गया है कि विवाह पूर्व परामर्श देने वाले कपल्स के पास अधिक आपसी समझ और डाइवोर्स रेट भी कम थी अगर आपकी भी जल्द ही शादी होने वाली है और आप भी प्री मैरिटल काउंसलिंग और उसकी जरुरत को समझना चाहते हैं,तो हम आपको बताएगे प्रीमैरिटल काउंसलिंग और उसके रिश्ते या लाइफ में महत्व के बारे में।।
क्या है प्रीमैरिटल काउंसलिंग-शादी के बाद रिश्ते, हेल्थ और लाइफ में आने वाले बदलावों से जुड़े सवालों का समाधान पाने के लिए काउंसलर से शादी करने से पहले सलाह लेना प्रीमैरिटल काउंसलिंग कहलाती है।
प्रीमैरिटल काउंसलिंग से पता चलती है शादी करने की वजह जब काउंसलर आपसे पूछता है कि आप शादी क्यों करना चाहते हैं तो उसे ये जवाब देना कि हम एक दूसरे से प्यार करते हैं, काफी नहीं है। क्या आप अच्छे दोस्त हैं, क्या आप एक दूसरे का सम्मान करते हैं, क्या आप एक दूसरे पर भरोसा करते हैं, क्या एक इमोशनली, सेक्शुअली, फ़ाइनैंशली एक दूसरे के योग्य हैं। क्या अपने रिश्ते को लेकर आपका लक्ष्य एक जैसा है। इन सवालों के जवाब से आप जान पाएंगे कि क्या सच में आप शादी के लिए तैयार हैं या नहीं।
प्रीमैरिटल काउंसलिंग में हो पाती है फाइनेंस समीक्षा फाइनेंस किसी भी कपल्स के लिए चर्चा का एक बड़ा मामला है। यह मासिक बजट, बचत, खर्च सब कुछ फाइनेंस से संबंधित है। हालांकि असहज, दोनों साझेदार आगे बढ़ने वाली किसी भी अनावश्यक जटिलताओं से बचने के लिए बड़ी स्थिति में वित्तीय स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं। प्री-मैरिज काउंसलिंग केवल ऐसा करने में मदद करता है।
प्रीमैरिटल काउंसलिंग में पता कर पाते हैं एक-दूसरे की हेल्थ के बारे में आज के दौर में रिलेशनशिप से ज्यादा दोनों एक-दूसरे की हेल्थ को महत्व दे रहे हैं। इसका मुख्य कारण लोगों में जेनेटिक और ब्लड ट्रांसमिटेड डिजीज का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में कपल्स शादी से पहले पार्टनर का मेडिकल टेस्ट करवाना जरुरी समझते हैं।
प्रीमैरिटल काउंसलिंग में हो पाती है गंभीर बातों की चर्चाकाउंसलर, कपल्स से सिर्फ पॉजिटिव बातें ही नहीं करते बल्कि वह ऐसे मुद्दों को भी उठाता है जिसके बारे में लोग बात नहीं करना चाहते या जिससे उन्हें परेशानी होती है। आप पर किसी का कोई उधार तो नहीं है, धर्म को लेकर आपकी सोच कैसी है, आपकी बुरी आदतें, जीवन में हुई कुछ बुरी घटनाएं, सबसे बड़ा डर, इस तरह की बातों से एक कपल, शादी से पहले ही जान लेता है कि दूसरा शख्स कैसा है।