शादी से पहले जरूरी हैं इन बातों पर हो पार्टनर से बातचीत, रिश्ते में नहीं होगी कोई गलतफहमी

शादी को हमारे देश में दो लोगों के बीच जन्म-जन्म का रिश्ता माना जाता है। लाइफ पार्टनर का चुनाव हमारी लाइफ के सबसे महत्वपूर्ण फैसलों में से एक होता है। शादी चाहे लव हो या अरेंज, लेकिन इसके लिए हां कहने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों को ध्यान जरूर रखना होता है क्योंकि इसपर आपकी आने वाली खुशियां टिकी हैं। अक्सर रिश्तों में देखा जाता हैं कि शादी के बाद कुछ गलतफहमियां पैदा हो जाती हैं जो लड़ाई का कारण बनती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि शादी से पहले हो पार्टनर से इन जरूर मुद्दों पर बात कर ली जाए। आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें सात फेरे लेने से पहले अपने पार्टनर से क्लीयर कर ले, जिससे बाद में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।

पारिवारिक रीति-रिवाज

हर परिवार की अपनी कुछ परंपराएं, रीति-रिवाज होते हैं। जो जरूरी नहीं कि आपके यहां भी हो। ऐसे में शादी से पहले लड़की हो या लड़का उन्हें एक दूसरे के परिवार की परंपराएं, पूजा-पाठ संबंधी मान्यताएं और संस्कार आदि के बारे में बातें कर लेनी चाहिए। खासकर ऐसी लड़कियां जो वर्किंग हैं। उन्हें इस बारे में अपने पार्टनर से बात कर लेनी चाहिए कि वो परिवार की मान्यताओं और परंपराओं को कितना समय और कितना डेडिकेशन दे पाएंगी।

करियर का प्लान

शादी भविष्य से जुड़ा रिश्ता है। इसलिए एक दूसरे के करियर, नौकरी आदि के बारे में बाते क्लीयर कर लें। आपको पता होना चाहिए कि वह क्या काम करते हैं। उनकी सैलरी क्या है? भविष्य में करियर को लेकर उनके क्या प्लान है? इसके अलावा अगर आप नौकरी करती हैं तो ये भी जान ले कि क्या उन्हें शादी के बाद आपके नौकरी करने से परेशानी तो नहीं है? शादी के बाद उनका बाहर बसने का इरादा तो नहीं?

फ्यूचर एक्सपेक्टेशन्स


हर शख्स की अपने होने वाले जीवनसाथी से कुछ उम्मीद तो रहती ही हैं। ऐसे में आप भी उनसे इसके बारे में बात करें और पूछें कि वे अपनी लाइफ में पार्टनर से क्या उम्मीद रखते हैं। उनकी इच्छा जानने के बाद आप आगे का फैसला लेने में कोई हिचक नहीं महसूस करेंगे। आपको पता होना चाहिए कि आप जिससे शादी करने जा रहे हैं, वह और उसकी फैमिली क्या सोच रखती है और लाइफ में आपके गोल्स मेल खाते हैं या नहीं।

फाइनेंशियल आदतें

किसी के पास घर, जायदाद और जमीन होने और फाइंनेशियल आदतों में बेहद फर्क होता है। अगर आप किसी से शादी कर रहे हैं तो सिर्फ यह देखकर शादी ना करें कि पार्टनर के माता-पिता ने उनके लिए कितनी धन-संपत्ति छोड़ी है बल्कि यह देखकर करें कि वह व्यक्ति खुद कुछ कमाने के लायक है या नहीं और अपने खर्चे किस तरह करता है व सेविंग्स के क्या तरीके अपनाता है। क्योंकि एक गलत व्यक्ति सालों की संपत्ति को सप्ताह के भीतर ही उड़ा भी सकता है।

अपनी आदतों का करें जिक्र

सबके रहन-सहन का अलग-अलग तौर-तरीका होता है। कोई गर्मियों में भी चादर ओढ़ के सोना पसंद करता है। कोई तेज आवाज में टीवी देखना या गानें सुनना पसंद करता है, किसी को रात में देर तक जगने की आदत होती है तो कोई जल्दी ही सोना पसंद करता है। आपको एक होने से पहले एक दूसरे के रहन-सहन और तौर-तरीकों को भली-भांति समझ लेना चाहिए ताकि जब आप साथ रहें तो एक दूसरे के साथ जल्दी सहज हो सकें।

जॉब और टाइमिंग्स

कई बार इन बातों को लेकर भी हसबैंड और वाइफ के बीच तनाव रहता है कि जॉब या टाइमिंग की समस्या सामने आती है। कुछ जॉब सेक्टर ऐसे हैं जहां डे-शिफ्ट और नाइट शिफ्टड दोनों में ही काम करना पड़ता है। ऐसे में संभव है कि आप अभी डे-शिफ्ट में हो लेकिन भविष्य में नाइट शिफ्ट में काम करना पड़ें।इसलिए इस मुद्दे पर भी शादी से पहले ही बात कर लेनी चाहिए।

फैमिली प्लानिंग


इस बात में कोई दोराय नहीं है कि बच्चे जिंदगी का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। शादी के बाद फैमिली प्लानिंग को लेकर हर किसी का अपना एक कम्फर्ट होता है, जिसे लेकर आपको साथी से बात करनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि किसी को शादी के तुरंत बाद बच्चों की चाहत होती है, तो किसी के लिए करियर पहली प्राथमिकता होती है। ऐसे में आपके लिए पार्टनर की चॉइस के बारे में जानना बेहद जरूरी है, ताकि आप शादी का फैसला आसानी से ले सकें।